न्यूज़ डेस्क : (GBN24)
गाजाः Israel और हमास (Israel and Hamas) के बीच जंग थमने का नाम नहीं ले रही। इस बीच दक्षिणी गाजा पट्टी के राफा शहर में तीन आवासीय इमारतों पर रविवार रात इजरायली हवाई हमलों में कम से कम 15 फिलिस्तीनी मारे गए। जबकि कई घायल हो गए। रफाह में बड़ी संख्या में लोग इजरायली बमबारी से बचने के लिए पनाह लिए हुए है। स्थानीय सूत्रों ने बताया कि कई अन्य लोग अभी भी मलबे में फंसे हुए हैं और नागरिक सुरक्षा दल उन्हें बचाने के लिए काम कर रहे हैं। ये बमबारी ऐसे समय पर की गई, जब Israel के साथ सीजफायर को लेकर मिस्र की मेजबानी में हमास के नेताओं के साथ संभावित चर्चा हो सकती है। फिलिस्तीनी आधिकारिक समाचार एजेंसी वफा ने सोमवार को यह जानकारी दी।
पिछले 24 घंटों इतने फिलिस्तिनियों की मौत
हमास द्वारा संचालित स्वास्थ्य मंत्रालय की ओर से जारी बयान के मुताबिक इजरायली सेना की पिछले 24 घंटों के दौरान की कारर्वाई में 66 फिलिस्तीनी मारे और 138 अन्य को घायल हो गए। बयान के अनुसार सात अक्टूबर, 2023 को Israel -फिलिस्तीनी संघर्ष शुरू होने के बाद से मरने वालों की कुल संख्या 34,454 हो गई और 77,575 लोग घायल हुए है। और 23 लाख लोगों को विस्थापित होना पड़ा है।
कैसे शुरू हुई Israel और हमास जंग ?
Israel और हमास के बीच पिछले साल 7 अक्टूबर से जंग जारी है। हमास ने Israel पर पांच हजार से ज्यादा रॉकेट दागे थे। इसके बाद Israel ने जंग का ऐलान कर दिया था। Israel और हमास में जारी जंग में अब तक हजारों लोगों की मौत हो चुकी है।
हमास के हमले का Israel ने ऐसा जवाब दिया कि गाजा में एक-दो हजार नहीं बल्कि 34000 फिलिस्तीनियों की जान ले ली। मरने वालों में 70 फीसदी महिलाएं और बच्चे शामिल हैं – इसमें कमोबेश 14,350 बच्चे हैं। अगर देखा जाए तो प्रति एक इजरायली के बदले नेतन्याहू की आर्मी ने 27 फिलिस्तीनियों की जान ली है।
यूनाइटेड नेशन ऑर्गेनाइजेशन के मुताबिक, मृतकों में 170 से ज्यादा संयुक्त राष्ट्र कर्मचारी और सात वर्ल्ड सेंट्रल किचन के कर्मचारी शामिल हैं। पत्रकारों के लिए काम करने वाली संस्था की मानें तो छह महीने में 90 से ज्यादा पत्रकारों ने भी अपनी जान गंवा दी।
‘टू नेशन थ्योरी’ पर समझौते की संभावना
हमास ने फिर से ‘टू नेशन थ्योरी’ पर समझौते की संभावना जताई है। फिलीस्तीनी संगठन हमास 15 वर्षों से अधिक समय से कहता आ रहा है कि वह Israel के साथ टू नेशन समझौता स्वीकार कर सकता है। लेकिन हमास ने यह भी कहने से इनकार कर दिया है कि वह Israel को मान्यता देगा या उसके खिलाफ अपनी सशस्त्र लड़ाई छोड़ देगा।