न्यूज़ डेस्क : (GBN24)
Jagannath Puri Temple का खजाना आज यानि 14 जुलाई 2024 को 46 साल बाद खोला जाएगा. ऐसे में बताया जा रहा है कि यहां सांपों की मौजूदगी है, इसी वजह से स्नेक हेल्पलाइन साथ ही मेडिकल टीम भी इस मौके पर मौजूद रहेगी. आपको बतादें कि ओडिशा के कानून मंत्री पृथ्वीराज हरिचंदन ने बोला कि खजाने को खोलने के बाद जेवरात और कीमती चीजों की एक सूची बनाई जाएगी.
आज 46 साल बाद ओडिशा की सरकार Jagannath Puri Temple का खजाना खोल रही है. इस खजाने को खोलने के बाद उसमें मौजूद जेवरात और बाकि कीमती चीजों की सूची तैयार करी जाएगी. कानून मंत्री पृथ्वीराज हरिचंदन ने कहा कि पुरे विश्वभर में भगवान श्री जगन्नाथ के जितने भी भक्त है वे सब इस पल का काफी लंबे समय से इंतजार कर रहे थे.
उन्होंने आगे कहा कि हम खजाने में अब मौजूद जेवरात और बाकि कीमती चीजों की सूची तैयार करने के लिए ‘रत्न भंडार’ को एक बार फिर से खोल रहे हैं. हम आभूषणों की गुणवत्ता की अच्छे से जांच करेंगे साथ ही कीमती सामानों का वजन भी करेंगे.
आभूषणों की होगी डिजिटल फोटोग्राफी
उन्होंने आगे कहा कि खजाने को खोलने और इन्वेंट्री के लिए हर तरह की प्रक्रियाएं तय कर दी गई हैं. श्री जगन्नाथ मंदिर के प्रशासन (एसजेटीए) के मुख्य प्रशासक को इसकी यह जिम्मेदारी सौंपी गई है साथ ही खजाने के आभूषणों की डिजिटल फोटोग्राफी भी की जाएगी.
एसजेटीए मुख्य प्रशासक के नेतृत्व में रत्न भंडार के लिए एक विशेषज्ञ टीम भी बनाई गई है. इसमें सेवकों, एएसआई, प्रबंध समिति और हाई पावर कमेटी के प्रतिनिधियों को मौजूद किया गया है. आज Jagannath Puri Temple का खजाना शुभ मुहूर्त में खोला जाएगा.
आपको बता दें कि सबसे पहले पुरी जिला प्रशासन के पास जो मौजूदा डुप्लिकेट चाबी है उससे खजाना खोलने की कोशिश होगी. यदि ऐसा नहीं हुआ तो मजिस्ट्रेट की मौजूदगी में इस ताले को तोड़ा जाएगा. पिछली बार इन्वेंट्री प्रक्रिया को पूरा करने में करीब 70 दिन से ज्यादा का वक्त लगा था, पर इस बार एक तकनीक की मदद से इसे कम वक्त के अंदर पूरा करने की कोशिश की जाएगी.
हरिचंदन ने बताया कि इस प्रक्रिया से न ही अनुष्ठान और न ही दर्शन प्रभावित होंगे. पिछली सरकार ने अपने 24 वर्ष के शासन के समय रत्न भंडार नहीं खोला था, पर भाजपा सरकार ने सत्ता में आने के एक महीने के अंदर ही इसे खोलने का फैसला ले लिया है. हमने भगवान Jagannath पर प्रक्रिया को सुचारू रूप से पूरा करने के लिए छोड़ दिया है. इसके अलावा आपको बतादें कि पुरी में जस्टिस रथ ने कहा कि हेल्पलाइन के सदस्य, एक मेडिकल टीम और ताला तोड़ने वाले ग्रुप को स्टैंडबाय पर रखा जाएगा.