न्यूज़ डेस्क : (GBN24)
मुंबई में स्थित Kangana Ranaut के ऑफिस पर हुए बुलडोजर एक्शन को शिवसेना (UBT) सांसद संजय राउत ने बिल्कुल सही ठहराया है. संजय राउत का ये कहना है की BMC ने उनके ऑफिस को इसलिए तोड़ा था क्यूंकि वहां पर गैरकानूनी काम किया जा रहा था. आपको बतादें की Kangana Ranaut को BJP ने हिमाचल प्रदेश की मंडी लोकसभा सीट से टिकट दिया है. और इसके बाद Kangana Ranaut एक बार फिर से चर्चा में आ चुकी हैं. वहीं अब मुंबई वाले उनके दफ्तर को लेकर भी चर्चा शुरू हो चुकी है. जिसको करीब साढ़े तीन साल पहले BMC ने तोड़ दिया था. लेकिन अब शिवसेना (UBT) सांसद संजय राउत की प्रतिक्रिया इसको लेकर सामने आ रही है.
संजय राउत का सवाल था की ” अगर कोई मुंबई को पीओके बोलेगा तो क्या प्रधानमंत्री मोदी को चलेगा? ” और संजय राउत ने बोला की, “हमने मुंबई में उनका ऑफिस नहीं तोड़ा था. कंगना का ऑफिस BMC ने तोड़ा था. गैरकानूनी काम किया था, इसलिए बीएमसी ने तोड़ा था.”
क्या था मामला ?
दरअसल ये 2020 का पूरा मामला है, जिस समय उद्धव ठाकरे महाराष्ट्र के CM थे और महाराष्ट्र में महाविकास अघाड़ी की सरकार थी, Kangana Ranaut के दिए गए सुशांत सिंह राजपूत के सुसाइड मामले में बयान “लापरवाही बरती है और बॉलीवुड के कुछ लोगों को बचाने की कोशिश की जा रही है,” पर संजय राउत ने सामना में लेख लिखा था कि कंगना रनौत की ओर से जो आरोप लगाए जा रहे हैं, वो गलत हैं. इस तरह मुंबई पुलिस के बारे में बयान नहीं देना चाहिए जबकि वो खुद इस शहर में रहती हैं.
क्या कहा था संजय राउत ने ?
संजय राउत ने ये कहा था की, “मैं समझता हूं कि सुशांत सिंह राजपूत केस में मुंबई को घसीटना गलत है. मुंबई सबकी मां सी है. प्यार है, दुलार देती है. आशीर्वाद देती है. मुंबई को भला-बुरा कहना किसी को शोभा नहीं देता क्योंकि इस शहर ने किसी के साथ कभी भेदभाव नहीं किया है. इसी से साथ ही संजय राउत ने आगे कहा, इस पूरे मामले की जांच CBI कर रही है, तो करने दीजिए. हम उनसे अपील करते हैं कि वो मुंबई ना आएं. उनके बयान मुंबई पुलिस का अपमान हैं और इस बारे में गृह मंत्रालय को एक्शन लेना चाहिए.”