सोनम सिंह
Kolkata Rape Case: कोलकाता में हुए मेडिकल कालेज की एक छात्रा के साथ दुष्कर्म और उसकी हत्या को लेकर पूरे देश में अक्रोस का माहौल फैला हुआ है. जिसका विरोध करने के लिए लोगों ने सड़कों पर उतरकर अपना अक्रोस जताया और मृतक छात्रा को न्याय दिलाने की मांग कर रहे हैं. इसी के साथ आज राजस्थान(Rajasthan) के डॉक्टर्स भी हड़ताल पर रहकर अपना विरोध प्रदर्शन करेंगे.
बता दें कि कोलकाता में हुआ एक ट्रेनी महिला रेजिडेंट डॉक्टर (Kolkata Rape Case) के साथ रेप और हत्या को लेकर पूरे भारत के लोग सड़कों पर उतरकर अपना विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं. इसके चलते लोगों में काफी अक्रोस भी देखने को मिल रहा हैं और उनका ये अक्रोस बड़ता ही जा रहा है. पूरे भारत के सभी डॉक्टर मृतक छात्रा को न्याय दिलाने के लिेए अपने-अपने इलाके में अलग-अलग तरह से विरोध प्रदर्शन करते हुए दिख रहे हैं और सरकार से न्याय की मांग कर रहे हैं. जिसका असर अब राज्य राजस्थान में भी देखने को मिल रहा है.
इसी के चलते आज यानी 17 अगस्त को राजस्थान के सरकारी और प्राइवेट डॉक्टर हड़ताल पर जाने वाले हैं. इसके साथ ही ऑल इंडिया फेडरेशन ऑफ गवर्नमेंट डॉक्टर्स आज पूरे भारत में काली पट्टी बांधकर इस केस को लेकर अपना विरोध प्रदर्शन करेंगे. इसके आलावा राजस्थान सेवा संघ,अखिल भारतीय, चिकित्सक संघ और राजकीय चिकित्सकों ने भी अपना अक्रोस जाहीर करने के लिए इसके खिलाफ विरोध प्रदर्शन करने का निर्णय किया है. 16 अगस्त को भी डॉक्टरों ने जिन अस्पतालों में वो काम रह हैं उन अस्पतालों में 8 से 9:00 बजे तक सभी ओपीडी को बंद कर रखा था और इसके खिलाफ अपनी-अपनी आंखों पर काली पट्टी बांधकर विरोध प्रदर्शन किया था.
अध्यक्ष डॉ.अजय चौधरी ने अपने बयानों में कहीं ये बाते
वहीं संगठन के अध्यक्ष डॉ. अजय चौधरी(Ajay Chaudhary) का कहना हैं कि जो- जो इस अपराध में शामिल है उन सभी अपराधियों को जल्द से जल्द गिरफ्तार किया जाए. इसी के साथ उन्होंने कहा कि मृतक छात्रा को न्याय मिलना चाहिए और ऐसा दोवारा किसी अन्य महिला के साथ कोई धटना न हो इसके लिए अस्पतालों में उनकी सुरक्षा को लेकर और कड़े इंतजाम भी किए जांए व सुरक्षा व्यवस्था को और कड़ा किया जाए.
50 अस्पताल के डॉक्टर्स ने किया था विरोध
कोलकाता में एक ट्रेनी डॉक्टर के साथ हुए इस घिनौने अपराध के खिलाफ विरोध प्रदर्शन करने और उसके अपराधियों को सजा दिलाने के लिए राजस्थान के सभी राजकीय सेवारत चिकित्सकों ने आंखों पर काली पट्टी बाधंकर प्रदर्शन जाहीर किया था. बता दें कि राजस्थान की राजधानी जयपुर को मिलाकर कई शहरों मे विरोध प्रदर्शन किया गया था जिसमें धौलपुर से जैसलमेर, झालावाड़ से गंगानगर तक और प्रदेश के 50 जिलों के सभी अस्पताल में काम कर रहे सभी डॉकटरों ने अपने-अपने कार्यस्थलों पर रहकर आंखों पर काली पट्टी बाधंकर इसके खिलाफ रोष जाहीर किया था.
इस विरोध के चलते आम लोगों को कोई परेशानी न हो इसके लिए डॉक्टरों ने इस विरोध को सिर्फ काली पट्टी तक ही सीमित रखा और सभी सेवाएं चालू रखी गईं थीं. लेकिन आज डॉकटरों ने इन्हें बंद कर देने का फैसला लिया है. प्रदेश में लगभग 3000 हजार अस्पताल हैं जिनमें हजारों की संख्या में रोज मरीज अपना इलाज करान के लिए आते हैं. अगर देखा जाए तो इन अस्पतालों में काम कर रह डॉक्टरों ने अगर विरोध के चलते इन सभी सेवाओं को बंद कर दिया तो इसका सीधा असर उन सभी मरीजों पर पड़ेगा जो कि मरीजों के लिए सही नहीं रहेगा.विरोध के चलते सारी लैब भी बंद रहेंगी.