ससुर ने पुलिस पर किए 45 फायर: बेटे-बहू को बंधक बनाया, बचाने आए दरोगा, दो सिपाही जख्मी

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कानपुर में बहू से विवाद के बाद गुस्साए ससुर ने 3 घंटे तक उपद्रव किया। 300 रुपए को लेकर हुए विवाद में बुजुर्ग ने पत्नी, बेटे-बहू को कमरे में बंद कर दिया। उनको आग लगाकर फूंकने की धमकी दी। घबराई बहू ने तुरंत पुलिस को सूचना दी। घरेलू विवाद समझकर एक दरोगा और कुछ सिपाही जीप से बुजुर्ग के घर पहुंच गए।

पुलिस को देखकर बुजुर्ग और बौखला गया। उसने छत पर चढ़कर अपनी लाइसेंसी डबल बैरल बंदूक से पुलिस पर फायरिंग शुरू कर दी। छर्रे लगने से दरोगा और दो सिपाही जख्मी हो गए। 3 घंटे बाद डीसीपी ईस्ट प्रमोद कुमार, एसीपी कैंट मृगांक शेखर पाठक, एडीसीपी राहुल मिठास और छह थाने की फोर्स ने मौके पर पहुंचकर हालात संभाले।

बहू से विवाद के बाद शुरू किया उपद्रव
श्यामनगर के सी-ब्लॉक के रहने वाले आरके दुबे (60) शेयर मार्केट का काम करते हैं। वह घर में अपनी पत्नी किरन दुबे, बड़े बेटे सिद्धार्थ, बहू भावना और दिव्यांग बेटी चांदनी के साथ रहते हैं। उनका छोटा बेटा राहुल और बहू जयश्री अलग रहती हैं। आरके दुबे का रविवार दोपहर करीब 12 बजे बहू भावना से किसी बात पर विवाद हो गया।

बहू ने पुलिस को किया कॉल, बोली- बचा लो
कमरे में बंद बहू भवना ने तुरंत पुलिस को कॉल किया। कहा- बचा लीजिए, नहीं तो ससुर मार डालेंगे। चकेरी पुलिस बुजुर्ग के घर पहुंची तो उनका गुस्सा और बढ़ गया। चिल्लाते हुए कहा,”मैं खुद प्रताड़ित हूं और तुम लोग मेरे घर मुझे ही पकड़ने आए हो।” इसके बाद बुजुर्ग अंदर गए और अपनी डबल बैरल बंदूक उठा लाए। उन्होंने गेट पर खड़े पुलिस वालों पर फायर कर दिया। छर्रे लगने से दरोगा विनीत त्यागी और दो सिपाही घायल हो गए। इसके बाद पुलिसवाले वहां से दूर भाग गए।

कुछ देर के लिए हालात इतने बेकाबू हो गए थे कि सीनियर पुलिस अफसरों ने अभी अपनी पिस्टल निकाल ली थी।

सीनियर अफसरों को दी सूचना
चकेरी पुलिस ने तुरंत सीनियर अफसरों को पुलिस पर फायरिंग की सूचना दी। डीसीपी ईस्ट प्रमोद कुमार, एसीपी मृगांक शेखर पाठक और एडीसीपी राहुल फोर्स के साथ मौके पर पहुंचे। इसके बाद भी बुजुर्ग आरके दुबे नहीं थमे और जो पुलिस वाला सामने दिखा उस पर सीधे फायर करते रहे।

45 राउंड फायरिंग की
दुबे ने पुलिस पर करीब 3 घंटे में 40 से 45 राउंड फायरिंग की। डीसीपी ईस्ट ने लाउडस्पीकर की मदद से बात करके बुजुर्ग को समझाने की कोशिश की। बुजुर्ग ने डीसीपी से कहा, “दरोगा मेरे घर कैसे आ गया। जब तक इसे सस्पेंड नहीं किया जाएगा फायरिंग चालू रहेगी।” इसके बाद डीसीपी ने बुजुर्ग को दिखाने के लिए टाइप किया हुआ सस्पेंशन लेटर मंगवाया। बुजुर्ग के नंबर पर व्हाट्सएप पर भेजा। तब जाकर बुजुर्ग ने फायरिंग बंद की। इसके बाद पुलिस टीम ने उसे दबोच लिया।

डबल बैरल बंदूक, 45 खोखे, 60 जिंदा कारतूस मिले
पुलिस ने आरके दुबे को हिरासत में लेने के बाद उसकी लाइसेंसी डबल बैरल बंदूक को कब्जे में लिया। जांच की तो छत पर करीब 45 खोखे मिले और 60 से ज्यादा जिंदा कारतूस मिले। बेटे और बहू ने बताया कि आरके दुबे के पास एक रिवॉल्वर भी है। पुलिस ने पूरा घर खंगाल डाला लेकिन रिवॉल्वर नहीं मिली। पुलिस अब रिवॉल्वर भी बरामद करने का प्रयास कर रही है।

बड़े बेटे और बहू से तीन महीने से चल रहा विवाद
आरोपी आरके दुबे ने पुलिस को बताया, “बड़े बेटे सिद्धार्थ की पत्नी भावना उसे परेशान करती है। बार-बार रुपए की डिमांड करती है। बहू के मायके वाले भी परेशान करते हैं। तीन महीने पहले भी उसने पुलिस से शिकायत की थी। रविवार को बहू से कहासुनी हो रही थी। बेटे और पत्नी ने बीच-बचाव का प्रयास किया। इसके बाद उसने गुस्से में पत्नी- बेटे और बहू तीनों को कमरे में बंद कर दिया और जिंदा फूंकने की धमकी देने लगा।

न घंटे की मशक्कत के बाद स्थिति संभाली
पुलिस पर हमले की जानकारी मिलते ही डीसीपी ईस्ट प्रमोद कुमार, एडीसीपी राहुल मिठास और एसीपी कैंट मृगांक शेखर पाठक समेत अन्य अफसर भारी फोर्स के साथ मौके पर पहुंचे और मोर्चा संभाला। करीब तीन घंटे की कड़ी मशक्कत से फायरिंग करने वाले बुजुर्ग आरके दुबे को पुलिस दबोच लिया। पुलिस उससे पूछताछ कर रही है।

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