शशिकला दुषाद
Manjhi statement regarding caste: बिहार की राजनीति में अस्थिरता बहुत ही सामान्य बात है नेताओं का आपस में आरोप प्रत्यारोप तो चलता रहता है लेकिन इन दिनों बिहार के पूर्व सीएम लालू प्रसाद यादव(Lalu Prasad Yadav) और केंद्रीय मंत्री जीतनराम मांझी(Jitan Ram Manjhi) के बीच चल रही जुबानी जंग की चर्चा सियासी गलियारों में खूब हो रही है. ये दोनों अपने आप में राजनितिक धुरंधर भी माने जाते हैं लेकिन इन दिनों ये दोनों नेता एक-दूसरे की जाति और डिग्री को लेकर लगातार सवाल उठा रहे हैं. दोनों के बीच चल रही इस तीखी बहस पर अब अन्य राजनितिक दलों के नेताओं की भी प्रतिक्रिया सामने आ रही हैं.
दरअसल, हिन्दुस्तानी आवाम मोर्चा के अध्यक्ष जीतनराम मांझी ने राष्ट्रीय जनता दल प्रमुख लालू प्रसाद यादव की जाति को लेकर सवाल पूछा था. जीतनराम मांझी ने सवाल पूछते हुए कहा था लालू यादव नहीं हैं. मांझी के इस बयान पर लालू प्रसाद यादव ने पलटवार करते हुए कहा था मांझी मुसहर हैं क्या?
तेजस्वी ने मांझी पर साधा निशाना
RJD के दिग्गज नेता और पूर्व डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव ने मांझी पर तीखा हमला करते हुए कहा, जीतनराम मांझी और उनका बेटा RSS के स्कूल से पढ़े हुए है जो RSS कहता है यह वही बोलते है. इनकी भाषा में RSS का विचारधारा साफ झलकता है ये लोग सच नहीं जानना चाहते हैं मांझी तो केंद्रीय मंत्री हैं इस लिए वो सीएम से जाकर मिलें. साथ ही कार्रवाई करें. जिसने आग लगाने का काम किया है उसको तुरंत जेल में डालो. लेकिन बिना तथ्यों के कुछ भी नहीं बोलना चाहिए. गलत बयानबाजी से बचना चाहिए.
मीसा भारती ने दी प्रतिक्रिया
सांसद मीसा भारती(Misa Bharti) ने मांझी पर निशाना साधते हुए कहा, ”अब लगता है कि पूरे बिहार के लोगों को प्रमाण पत्र मांझी से ही लेना पड़ेगा. वो बिहार के इतने सीनियर नेता हैं. दलित विरोधी हैं.” वहीं ”हम पार्टी” के प्रवक्ता श्याम सुंदर शरण ने अपने बयान में कहा, ”हिम्मत है तो लालू प्रसाद यादव अपने परिवार की तीन पीढ़ी की वंशावली जारी करें. लालू की जाति और डिग्री को लेकर सबकुछ साफ हो जाएगा. हकीकत ये है कि लालू दलित विरोधी विचारधारा के व्यक्ति हैं. उन्होंने दलितों को हमेशा से आपने पैरों के नीचे दबाकर रखा.”
चिराग पासवान ने दिया बड़ा बयान
इस मामले पर LJP नेता चिराग पासवान(Chirag Paswan) ने कहा कि, ”मैं जाति, धर्म, की राजनीति पर विश्वास नही करता हूं. जब आप एक दूसरे पर जाति को लेकर बेतुके बयान देते हैं या टिप्पणी करते है, तो इसका समर्थन मैं कतई नही करता हूं. आप लोग जिन दिग्गज नेताओं की बात कर रहे हैं ( जीतन राम मांझी और लालू प्रसाद यादव) वो दोनों मुझसे उम्र और तजुर्बे में काफी बड़े है. एक दूसरे को अपनी बातें समझाने में दोनों पूरी तरह से सक्षम है. इन दोनों नेताओं के बीच मे मेरा बोलना उचित नहीं है”.
क्या है पूरा मामला
अब सवाल ये उठता है की आखिर जीतनराम मांझी ने ऐसा क्या कहा था जिस पर तमाम नेताओं की कड़ी प्रतिक्रिया आ रही है. दरअसल जीतनराम मांझी ने कहा था, अगर तेजस्वी यादव हमें शर्मा कहते हैं तो पहले वो अपने पिताजी ( लालू ) का जाति बताएं. उसके पिताजी किसके जन्मे हुए हैं. लालू तो गड़ेरिया के जन्मे हुए हैं इस लिए लालू यादव गड़ेरिया हैं, यादव नहीं हैं. वहीं, लालू यादव ने मांझी के बयान पर तंज कसते हुए सिर्फ एक लाइन में जवाब दिया और पूछा, वो मुसहर हैं?
बता दे कि, इस पुरे मामले का विवाद तब सामने आया, जब 19 सितंबर को जीतनराम मांझी ने एक्स पर एक पोस्ट किय और लिखा, विपक्षी दलों के गुंडे हमारे घर, दरवाजों को तोड़ सकते हैं पर हमारे लोगों के विचारधारा और हौसले को नहीं तोड़ सकते. घर जलाने वाले लोगों के संरक्षक लालू पाल यानी (गरेड़ी) जी आप राजनीति के लिए अपनी जाति छुपा सकते हैं पर हम नहीं. हम गर्व से कहते हैं- “हम मुसहर हैं”.
विपक्षी दलों के गुंडे हमारे घर,दरवाजों को तोड़ सकतें पर हमारे लोगों का हौसला नहीं तोड़ सकतें।
घर जलाने वाले लोगों के संरक्षक लालू पाल(गरेड़ी) जी आप राजनीति के लिए अपनी जाति छुपा सकतें हैं पर हम नहीं।
हम गर्व से कहतें हैं “हम मुसहर हैं”
लालू जी में हिम्मत है तो वह भी कहकर दिखाएं… pic.twitter.com/HSQfgYrYzZ— Jitan Ram Manjhi (@jitanrmanjhi) September 19, 2024
अगर लालू जी में हिम्मत है तो वह भी कहकर दिखाएं कि वह गरेड़ी हैं. लालू जी! पूरे बिहार में दलितों के जमीनों पर और मुसलमानों के क़ब्रिस्तानों पर किस पार्टी के समर्थकों ने क़ब्जा कर रखा है यह सबको पता है. आपने और आपके लोगों ने बहुत दबा लिया हम लोगों को. अब आपके हर गलत फैसले पर करारा जवाब मिलेगा.