सोनम सिंह
monkeypox disease: भारत में एक नई बीमारी ने दस्तक दे दी है जिसका नाम है मंकीपॉक्स, जिसके बचने के लिए भारत सरकार भी तैयारी में लग गई है. विदेशों की बात करें तो अफ्रीकन कंट्री में मंकीपॉक्स जैसी खतरनाक महामारी काफी तेजी से फैल रही है. इसलिए भारत सरकार पूरी तरह से अलर्ट में आ गई है और मंकीपॉक्स महामारी से बचने के लिए एयरपोर्ट और बॉर्डरों पर बाहर से आ रहे लोगों को लेकर काफी चौकसी बढ़ाई है.
बता दें कि हर साल कोई न कोई नई महामारी फैलती ही रहती है जिसमें काफी जाने भी जाती हैं. 2019 में आई एक महामारी जिसका नाम कोरोना वायरस था जिसकी वजह से भारत में कई सारे लोगों ने अपने अपनों खो दिया और जिसकी वजह भारत में त्राहीमाम मचा था.कई लोग जो अपने घरों से बाहर शहर में नौकरी करने आए थे इसके चलते उनमें से कई लोग अपने गांव भी नहीं जा पाए.इसी तरह फिर से एक नया वायरस फैल रहा है जो कि विदेश से आया है इसका नाम है मंकीपॉक्स (monkeypox disease).
अफ्रीकन कंट्री में फैल रहा मंकीपॉक्स
इस वायरस ने विदेशों में भी अपना पैर पसारना शुरु कर दिया है. बता दें कि अफ्रीकन कंट्रीस में यह वायरस (monkeypox disease) अपनी पहुच काफी तेजी से बना रहा है. वहीं डेमोक्रेटिक रिपब्लिक ऑफ कांगो में इस वायरस के अब तक 548 मरीज पाए गए हैं और हजारों की तादात में लोगों में यह वायरस पूरी तरह फैल चुका है.
इसे लेकर यह भी अंदाजा लगाया जा रहा है कि हो सकता है कि यह महामारी भी कोरोना वायरस की तरह ही दूसरे देशों में भी कुछ दिनों में ही फैल जाए.इसी को देखते हुए भारत सरकार ने बाहर से आ रहे लोगों को लेकर सिक्योरिटी काफी तगड़ी कर दी है और इस वायरस को लेकर अभी से ही सतर्क हो गई है.
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने भी सीमाओं पर बढ़ाई सिक्योरिटी
बता दें कि भारत के केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने भी इस वायरस को लेकर सभी हवाई अड्डों की सीमाओं के साथ-साथ पाकिस्तान और बांग्लादेश की सीमाओं के आस-पास वाले भूमि बंदरगाहों पर तैनात अधिकारियों को इस महामारी (monkeypox disease) के खतरे को देखते हुए कहा कि वह मंकीपॉक्स वायरस को लेकर बाहर से आ रहे अंतरराष्ट्रीय यात्रियों को लिए सतर्क रहें. मंकीपॉक्स जैसी खतरनाक महामारी को लेकर सरकार ने जो आदेश जारी किए हैं उन्हें लेकर चौकसी और ज्यादा बढ़ा दी गई है.
मंकीपॉक्स वायरस मरीजों के लिए दिल्ली के तीन 3 अस्पतालों में व्यवस्था
मंकीपॉक्स वायरस (monkeypox disease) के चलते उससे पीडित मरीजों के लिए स्वास्थ्य मंत्रालय ने दिल्ली के तीन अस्पतालों में व्यवस्था की है जहां पर रोगी का आइसोलेशन, प्रबंधन और इलाज अच्छे से सही समय पर किया जा सके और यह वायरस उनके व्दारा किसी और इंसान को न फैले इसका भी पूरा-पूरा ध्यान रखा जाएगा.
इन अस्पतालो में मंकीपॉक्स से पीडित मरीजों की देख-भाल के लिए उन अस्पतालों में डॉक्टरों की एक टीम तैनात की गई है जो उनकी निगरानी करेगी. इन अस्पतालों में हैं सफदरजंग अस्पताल,राम मनोहर लोहिया अस्पताल और लेडी हार्डिंग अस्पताल. इन अस्पतालों को एक नोडल केंद्रों का नाम दिया गया है.
केंद्र सरकार ने राज्यों के दी ये नसीहत
सूत्रों से पता चला है कि केंद्र सरकार ने सभी राज्यों को अपने यहां भी ऐसे ही कई अस्पतालों में इस महामारी के मरीजों के लिए व्यवस्था करने के लिए कहा है ताकी अगर कहीं कोई मरीज निकल आया तो उस वक्त उसको सही से इलाज मिल सके और यह बीमारी किसी और को न हो. बता दें कि मंकीपॉक्स को लेकर पीएम मोदी के प्रधान सचिव पीके मिश्रा ने रविवार को एक उच्चस्तरीय बैठक बुलाई थी. जिसमें उन्होंने मंकीपॉक्स के मरीजों की त्वरित पहचान करने और उनकी निगरानी करने के लिए चौकसी बढ़ाए जाने के ऊपर पूरी देश में हो रहीं तैयारियों कि समीक्षा की थी.
WHO ने ये कहा
इस बीमारी के खतरे को देखते हुए विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) ने इसे एक चिंता करने का विषय बताया और इसी के साथ मंकीपॉक्स जैसी महामारी को एक सार्वजनिक स्वास्थ्य आपातकाल घोषित कर दिया.