न्यूज़ डेस्क : (GBN24)
सोनम सिंह
Monsoon Fever vs Dengue: बदलते मौसम की वजह से कई लोगों को मौसमी बुखार(Monsoon Fever) और डेंगु(Dengue) हो जाता है और कई लोगों लिए के इसका पता लगाना काफी मुश्किल हो जाता है की डेंगु है या मानसून बुखार। आज हम आपको इस आर्टिकल में बताएंगे की सबसे ज्यादा कौन सी बीमारी हमारे लिए ज्यादा हानिकारक हो सकती है। और कौन सी नहीं। इन बीमारियों की पहचान कैसे करें।
आपको बता दें की बारिश का मौसम आता है तो कई लोगों के चहरे पर हसी आ जाती है। कई लोगों को बारिश पसंद होती है तो कई लोगों को नहीं। लेकिन लोगों को यह नही पता होगा की बारिश का मौसम आता है तो कई तरह की बीमारियां भी लाता है। बारिश के मौसम में जगह-जगह पर पानी का भराव होने के कारण से उसमें मच्छर और बैक्टीरिया पनपने लगते हैं।
जिससे कई तरह की बीमारियां होने की संभावनाएं कही ज्यादा बढ़ जाती है और सबसे ज्यादा नॉर्मल फ्लु और डेंगु जैसी बीमारियां होने की संभावनाएं होती हैं लेकिन आपको बता दें की इन दोनों को पहचानने में लोगों को कनफ्युजन हो जाता है की डेंगु है या नॉर्मल बुखार। बीमारी न पहचानने की वजह से बीमारी और बढ़ जाती है और एक गंभीर रूप ले लेती है।
हेल्थ एक्सपर्ट्स के अनुसार, मानसूनी बुखार और डेंगू दोनों बीमारीयों के लगभग एक जैसे ही लक्षणं पाए जाते है। लेकिन इन दोनों के कुछ खास लक्षण हैं जो एक दूसरे से काफी अलग है। उन्हें देखकर ये पता लगाना आसान है की डेंगु है या मानसून बुखार।
मानसून फीवर के लक्षण
1. मानसून बुखार लगभग 6-7 दिन रहता है।
2. इसमें आपको खांसी,जुकाम,गले में खरास और थकावट्ट महसूस होती है
3. जिन लोगों की इम्युनिटी लेवल कमजोर होता है वो लोग इसके चपेट में आ सकते हैं।
4. सही से दवाई करवाने के बाद और एक हफ्ते आराम करने के बाद ये ठीक हो जाता है।
डेंगू होने के लक्षण
1. डेंगू में तेज बुखार आता है।
2. इसमें आपके सिर और जोड़ों में दर्द होता है।
3. इसमें आपको अक्सर उल्टी-मल्ती होती है।
4. डेंगू में आपके ग्रंथियों में सूजन आ जाती है और उल्टी में खून आ जाता है।
5. डेंगू में आपकी प्लेटलेटस कम होने लगती हैं।
6. डेंगू होने के बाद अगर दवाई न कराओ तो 2 से 3 दिन के बाद कंडीशन और बिगड़ने लगती है।
मानसून फीवर और डेंगू जैसी बीमारी होने पर ये करें
आपको बता दें की जब मानसून में इन दोनों बीमारियों में से किसी का भी लक्षण दिखाई दे तो खुद से घर के नुस्खे न आजमाएं और उसी समय अपने डॉक्टर से सलाह लेकर इलाज कराएं। क्योंकि कई बार हम बीमारी का खुद ही इलाज करने लगते हैं। जो हमारे लिए आगे गंभीर बीमारी बन सकती है और अगर डेंगु का इलाज हमने सही समय पर नही कराया तो उसकी वजह से कई बार जान जाने का भी खतरा बना रहता है।इसलिए बीमारीयो को लेकर कभी भी लपरवाही न करें ।