महाराष्ट्र में जारी उठापटक के बीच अब पड़ोसी राज्य गोवा में भी राजनीतिक हलचल तेज हो गई है। हालांकि यहां सरकार गिराने की नहीं, बल्कि कांग्रेस में सेंधमारी की खबर सामने आ रही है। 4 विधायक मुख्यमंत्री प्रमोद सावंत से भी मिल चुके हैं।
सूत्रों के मुताबिक गोवा के पूर्व मुख्यमंत्री दिगंबर कामत और विपक्ष के नेता माइकल लोबो समेत कांग्रेस के 9 विधायकों के भाजपा में जाने की अटकलें हैं। इस बीच कांग्रेस हाईकमान ने रविवार को नेता प्रतिपक्ष के पद से माइकल लोबो को हटा दिया है। बताया जा रहा है कि भाजपा से डील के पीछे लोबो ही मुख्य भूमिका में हैं।
लोबो कांग्रेस से पहले भाजपा में ही थे। विधानसभा चुनाव से एक महीने पहले जनवरी 2022 में ही उन्होंने प्रमोद सावंत कैबिनेट से इस्तीफा देने के एक दिन बाद कांग्रेस पार्टी का दामन थाम लिया था। उनके साथ उनकी पत्नी ने भी कांग्रेस का हाथ थाम लिया था।
इंडिया टुडे की रिपोर्ट के मुताबिक, गोवा कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष गिरीश चोडनकर ने दावा किया है कि विधायकों को भाजपा में शामिल होने के लिए 40 करोड़ रुपए की पेशकश की गई है। चोडनकर ने बताया कि बिजनेसमैन और कोयला माफियाओं द्वारा कांग्रेस विधायकों को फोन किया जा रहा है।
भाजपा ने जिन 3 विधायकों से संपर्क किया है, उन्होंने कांग्रेस के गोवा प्रभारी दिनेश गुंडू राव से इस बात का खुलासा किया। गुंडू राव ने कहा कि विधायकों को तोड़ने के पीछे विपक्ष के नेता माइकल लोबो और पूर्व मुख्यमंत्री दिगंबर कामत की भूमिका सामने आई है। लोबो को पार्टी ने पेता प्रतिपक्ष के पद से हटा दिया है। कामत के खिलाफ भी कार्रवाई की जाएगी।
हालांकि BJP ने आरोपों को खारिज कर दिया है। BJP प्रदेश अध्यक्ष सदानंद तनावडे ने कहा कि कांग्रेस का आरोप निराधार है।
कांग्रेस बोली- सभी विधायक एकजुट हैं
कांग्रेस ने इन खबरों का खंडन किया है। गोवा कांग्रेस के वरिष्ठ नेता गिरीश चोडनकर ने भास्कर को कन्फर्म किया कि हमारा एक भी विधायक भाजपा में शामिल नहीं होने जा रहा। ये सिर्फ अफवाहें हैं। शनिवार को जो विधायक होटल में इकट्ठा हुए थे, वे सोमवार से शुरू हो रहे सत्र की चर्चा के लिए जुटे थे।
नाराज विधायकों को मनाने में जुटी कांग्रेस
सूत्रों के मुताबिक कांग्रेस में नाराज विधायकों को मनाने की कोशिश जारी है। AICC गोवा प्रभारी दिनेश गुंडू राव विधायकों को मनाने में जुटे हुए हैं। हालांकि गुंडू राव ने कहा कि कल हमने गोवा में CLP की बैठक की थी। पार्टी के सभी विधायक एक साथ हैं। BJP हमारे विधायकों को डराने-धमकाने की कोशिश कर रही है। उन्होंने इस बात का खंडन किया है कि कांग्रेस के कुछ विधायक दिल्ली में डेरा डाले हुए हैं।
2019 में भी कई विधायकों ने छोड़ी थी कांग्रेस
इससे पहले 2019 में भी कांग्रेस के 15 में से 10 विधायक BJP में शामिल हुए थे। इसमें नेता विपक्ष चंद्रकांत कावलेकर भी शामिल थे। गोवा के सीएम प्रमोद सावंत ने कांग्रेस के सभी बागी विधायकों को BJP में शामिल करवाया था। कांग्रेस से जो विधायक टूट सकते हैं, उनमें दिगंबर कामत, माइकल लोबो, संकल्प अमोनकर, केदार नायक और राजेश फलदेसाई का नाम सामने आ रहा है।
बहुमत के लिए 1 सीट से दूर है BJP
गोवा विधानसभा में 40 सीटें हैं। कांग्रेस के पास 11 और भाजपा के पास 20 विधायक हैं। इसके अलावा महाराष्ट्र गोमांतक पार्टी के 2, निर्दलीय 3 विधायक हैं। सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक केंद्रीय परिवहन मंत्री नितिन गडकरी गोवा जा रहे हैं।
गोवा विधानसभा चुनाव 2022 में राज्य में किसी भी दल को बहुमत नहीं मिला था। BJP को राज्य की कुल 40 में से 20 सीटें मिली थीं, जबकि बहुमत का आंकड़ा 21 है। इस तरह गोवा में बीजेपी पूर्ण बहुमत से महज एक कदम दूर रह गई। हालांकि भाजपा नेताओं ने निर्दलीय के सहयोग से राज्य में सरकार बना ली थी।
दोनों डिप्टी सीएम हारे थे चुनाव
पिछले चुनाव में गोवा के दोनों डिप्टी सीएम कांग्रेस के उम्मीदवार से चुनाव हार गए थे। डिप्टी सीएम मनोहर अजगांवकर को विपक्ष के नेता व कांग्रेस उम्मीदवार दिगंबर कामत ने मडगांव विधानसभा सीट से करीब 6,000 मतों से हराया था।
दूसरे डिप्टी सीएम चंद्रकांत कावलेकर क्यूपेम सीट से कांग्रेस प्रत्याशी अल्टोन डी’कोस्टा से हार गए थे। वह 2017 में कांग्रेस के टिकट पर यहां से जीते थे। इसके बाद वह 9 कांग्रेस विधायकों के साथ भाजपा में शामिल हुए थे और उन्हें उप मुख्यमंत्री का पद दिया गया था। पहली बार इस सीट से चुनाव लड़ने वाले कोस्टा ने कावलेकर को 3,000 से अधिक मतों के अंतर से हराया था।