एनडीए ने सर्वसम्मति से देश के नए उपराष्ट्रपति उम्मीदवार के तौर पर बंगाल गवर्नर जगदीप धनखड़ का नाम फाइनल कर दिया है। भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा ने इसका औपचारिक ऐलान किया। हालांकि अभी ममता बनर्जी की ओर से इस मामले में कोई प्रतिक्रिया सामने नहीं आई है क्योंकि, यह बात किसी से छिपी नहीं है कि कुछ समय पहले ममता बनर्जी ने परेशान होकर धनखड़ को ट्विटर पर ब्लॉक कर दिया था। आइए जानते हैं किसान पुत्र और ममता बनर्जी से मतभेदों के अलावा जगदीप धनखड़ कौन हैं
राजस्थान के झुंझुनू जिले में एक सुदूर किठाना गांव में कृषि परिवार में जन्मे जगदीप धनखड़ को एनडीए ने उपराष्ट्रपति कैंडिडेट के तौर पर फाइनल कर दिया है। 71 वर्षीय धनखड़ पिछले तीन दशकों से सार्वजनिक जीवन में सक्रिय हैं। उपराष्ट्रपति के तौर पर उनका नाम दोपहर से उस वक्त चर्चा में आया था, जब उन्होंने पीएम मोदी और केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह से मुलाकात की थी।
1989 में पहली बार पहुंचे संसद
जगदीप धनखड़ साल 1989 में जनता दल पार्टी के सांसद के तौर पहली बार राजस्थान के झुंझुनू जिले से संसद पहुंचे थे। इस दौरान उन्होंने संसदीय कार्यमंत्री के तौर पर अपनी सेवाएं दी। 1993 में वे अजमेर जिले के किशनगढ़ से राजस्थान विधानसभा पहुंचे। साल 2019 में उन्हें केंद्र सरकार द्वारा पश्चिम बंगाल का राज्यपाल नियुक्त किया गया।
ममता बनर्जी ने ट्विटर पर किया था ब्लॉक
पश्चिम बंगाल में बतौर राज्यपाल सेवाएं देते हुए उन्होंने पीपुल्स गवर्नर के तौर पर अपनी पहचान बनाई। सामाजिक मुद्दों पर बेबाकी से राय को लेकर उनकी मुख्यमंत्री ममता बनर्जी से मतभेद भी कई बार सामने आए। एक बार तो ममता बनर्जी ने धनखड़ को ट्विटर पर ही ब्लॉक कर दिया। मामला इसी साल जनवरी माह का है। उस वक्त ममता ने कहा था कि वो उनके बार-बार ट्वीट से परेशान हो गई थीं।
पीएम मोदी ने की तारीफ
एनडीए की ओर से उपराष्ट्रपति उम्मीदवार के तौर पर धनखड़ का नाम फाइनल करने के बाद पीएम नरेंद्र मोदी ने ट्वीट कर उन्हें बधाई दी। पीएम ने ट्वीट किया, “श्री जगदीप धनखड़ जी को हमारे संविधान का उत्कृष्ट ज्ञान है। वह विधायी मामलों से भी अच्छी तरह वाकिफ हैं। मुझे विश्वास है कि वह राज्य सभा में एक उत्कृष्ट अध्यक्ष होंगे और राष्ट्रीय प्रगति को आगे बढ़ाने के उद्देश्य से सदन की कार्यवाही का मार्गदर्शन करेंगे
सैनिक स्कूल से हुई पढ़ाई
सार्वजनिक जीवन से पहले धनखड़ एक सफल और पेशेवर अधिवक्ता रहे। राजस्थान विवि से एलएलबी की पढ़ाई के बाद उन्होंने राजस्थान हाई कोर्ट और सुप्रीम कोर्ट में अपनी सेवाएं दी। वह राजस्थान हाई कोर्ट में बार एसोसिएशन के अध्यक्ष भी रहे हैं। इससे पहले उनकी स्कूली शिक्षा सैनिक स्कूल से हुई। चित्तौड़गढ़ से भौतिक विज्ञान में उन्होंने स्नातक की पढ़ाई पूरी की।