न्यूज़ डेस्क : (GBN24)
Navratri Festival Celebration: इस समय पूरे देशभर में नवरात्रि का त्योहार काफी धूमधाम से मनाया जा रहा है. आज दिल्ली से लेकर जालंधर, मुंबई और कोलकाता तक भक्तों ने पंडालों में पहुंचकर मां दुर्गा के नवरात्रि के पहले दिन दर्शन कर आशीर्वाद लिया. दिल्ली के झंडेवालान माता मंदिर में भी शारदीय नवरात्रि के पहले दिन काफी बड़ी संख्या में पारंपरिक आरती में सभी भक्त उपस्थित हुए. जैसा कि सब जानते हैं देवी दुर्गा की पूजा-आराधना के लिए समर्पित हुए 9 दिन पुरे उत्सव के साथ भारत में मनाए जाते हैं और देवी के अलग-अलग रूपों को इस त्योहार में पूजा जाता है.
सभी लोगों को उत्तराखंड के CM पुष्कर सिंह धामी (Pushkar Singh Dhami) ने शुभकामनाएं देते हुए दिव्य स्त्री के सम्मान और उनकी पूजा में नवरात्रि (Navratri Festival Celebration) के महत्व पर काफी जोर दिया. एक बयान में उन्होंने कहा, “नवरात्रि का खास महत्व है, इसमें हम मां दुर्गा के अलग-अलग रूपों को पूजते हैं. महिलाओं की शक्ति का यह त्यौहार एक प्रतीक है और हमारी संस्कृति व परंपराओं का यह प्रतिबिंब है.”
#WATCH | Katra, Reasi (J&K): Devotees in huge numbers gather at the Shri Mata Vaishno Devi temple on the occasion of the first day of Sharadiya Navratri pic.twitter.com/fn4FcSUEw3— ANI (@ANI) October 3, 2024
बुराई पर अच्छाई की जीत का है प्रतिक
नवरात्रि के दौरान भारत के पूर्वी एवं पूर्वोत्तर क्षेत्रों में दूर्गा पूजा की जाती है. इस त्योहार को देवी दुर्गा की राक्षस महिषासुर पर विजय के जश्न के रूप में मनाते है और कहा जाता है कि यह बुराई पर अच्छाई की जीत का प्रतीक है. वहीं दक्षिणी क्षेत्रों में, काली या दुर्गा की जीत का यह त्यौहार सम्मान करता है. इसके अलावा नवरात्रि को गुजरात में पारंपरिक गरबा नृत्य से उत्साह के साथ मनाया (Navratri Festival Celebration) जाता जिसके बाद आरती की जाती है. इस त्यौहार के दौरान कार्यक्रम भी होते हैं जिनमे मंच की सजावट, नृत्य, शास्त्रों का जाप और पाठ शामिल होते हैं.
#WATCH | Delhi: Aarti is being performed at Shri Adhya Katyayani Shaktipith Mandir in Chhatarpur on the occasion of the first day of Sharadiya Navratri pic.twitter.com/w59bM85e81— ANI (@ANI) October 3, 2024
फसल के मौसम से जुड़ा ये सांस्कृतिक कार्यक्रम
फसल के मौसम से यह त्यौहार जुड़ा हुआ है जो एक सांस्कृतिक कार्यक्रम भी है, इसमें इन प्रतिष्ठानों में पारिवारिक दौरे, पंडाल प्रतियोगिताएं, शास्त्रीय और लोक नृत्यों के सार्वजनिक प्रदर्शन भी शामिल हैं. इसका (Navratri Festival Celebration) अंतिम दिन यानि विजयादशमी, बुराई पर अच्छाई की जीत का एक प्रतीक है.
जल निकायों में देवी दुर्गा की मूर्तियों को इस दिन (Navratri Festival Celebration) विसर्जित किया जाता है साथ ही आतिशबाजी के साथ राक्षसों के पुतलों को जलाया जाता है, जो की बुराई के विनाश का प्रतीक है. आगामी दिवाली समारोहों के लिए भी यह त्यौहार मंच तैयार करता है, इसे विजयादशमी के 20 दिन बाद मनाया जाता है.
#WATCH | Prayagraj, Uttar Pradesh: Devotees in huge numbers gather at the Alopi Sankari Devi Shakti Peeth Temple on the occasion of the first day of Sharadiya Navratri pic.twitter.com/ifvVp7oCds— ANI (@ANI) October 3, 2024