न्यूज़ डेस्क : (GBN24)
आज दिल्ली के जंतर-मंतर पर NEET को लेकर बड़ी संख्या में छात्रों ने विरोध प्रदर्शन किया। सिर्फ छात्र ही नहीं इस प्रदर्शन में छात्रों के साथ-साथ उनके माता-पिता भी शामिल थे। दरअसल, विरोध प्रदर्शन कर रहे छात्रों की मांग है कि NEET एग्जाम को रद्द कर दिया जाए और एक बार फिर से NEET की परीक्षा कराई जाए. बतादें कि 20000 छात्रों ने इसे लेकर देश भर की अदालतों में याचिकाएं दाखिल कर दी हैं। इसके अलावा सुप्रीम कोर्ट में भी NEET काउंसलिंग रोकने को लेकर याचिका दायर करी गई है, जिस पर कोर्ट की तरफ से आज सुनवाई हो सकती है।
आज यानि बुधवार को NEET परीक्षाओं में मेडिकल कॉलेज एडमिशन के लिए ग्रेस मार्क देने के नेशनल टेस्टिंग एजेंसी के फैसले को चुनौती देने वाली जो याचिका है उस पर दिल्ली हाईकोर्ट सुनवाई करेगा। आपको बतादें कि श्रेयांसी ठाकुर नाम की 17 वर्षीय छात्रा ने ये याचिका दाखिल की है, जिसमें ये कहा गया है कि नेशनल टेस्टिंग एजेंसी का ग्रेस मार्क देने का फैसला मनमाना है और हजारों छात्र इससे प्रभावित हो रहे हैं।
अब तक सिर्फ मिली तारीख
इस मामले को लेकर जे साई दीपक जो कि फिजिक्सवाला के एडवोकेट हैं उन्होंने कहा कि इस पूरे मामले में अभी तक चिंतित छात्रों को सिर्फ तारीख ही मिली है, वो भी 26 दिन के बाद की। और तब तक क्या हो किसी को कुछ नहीं पता, साथ ही उन्होंने कहा कि सरकार सिर्फ भरोसा दिला रही है कि जो होगा छात्रों के भले के लिए होगा।
NTA को जारी हुआ नोटिस
NEET के एंट्रेस एग्जाम में धांधली के मामले को लेकर कल भी सुप्रीम कोर्ट में दाखिल याचिका पर सुनवाई हुई थी। जिन में से कुछ याचिका ऐसी थी जो, NEET के नतीजे आने से पहले ही दाखिल हो रखी थी, असल में ये याचिका पेपर लीक को लेकर थी। और इन याचिका में परीक्षा को रद्द कराने, CBI से इस मामले की जांच कराने की मांग हुई थी। इसके अलावा दोबारा एग्जाम कराने और काउंसिलिंग पर स्टे लगाने की भी मांग करी गई थी। पर NEET एग्जाम को सुप्रीम कोर्ट ने रद्द करने से इंकार कर दिया।