न्यूज़ डेस्क : (GBN24)
kashmir Issues: कश्मीर मुद्दे पर एक बार फिर पाकिस्तान (Pakistan) को शर्मसार होना पड़ा है। दरअसल, ईरानी राष्ट्रपति इब्राहिम रईसी (Ebrahim Raisi) 3 दिन के दौरे पर पाकिस्तान में हैं। सोमवार को पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शाहबाज़ शरीफ़ (Shehbaz Sharif) ने बैठक के दौरान रईसी के सामने कश्मीर का मुद्दा उठाया।
हालांकि इस बैठक के बाद एक संयुक्त प्रेस वार्ता के दौरान शाहबाज शरीफ ने दावा किया कि इब्राहिम रईसी ने कश्मीर के मुद्दे पर पाकिस्तान के रुख का समर्थन किया है। जबकी इब्राहिम रईसी ने पाकिस्तान द्वारा उठाए गए मुद्दे पर कोई जवाब न देते हुए चुप्पी साध लिया.
Shehbaz Sharif ने गाजा से की कश्मीर की तुलना
गाजा में मौजूदा हालातों की तुलना कश्मीर से करते हुए शरीफ ने कहा, “कश्मीर के हित में आवाज उठाने के लिए मैं आपका और ईरान के लोगों का शुक्रिया अदा करता हूं।” हालांकि, शहबाज के बयान का ईरान के राष्ट्रपति ने कोई जवाब नहीं दिया।
Ebrahim Raisi के संबोधन मे कश्मीर का कोई जिक्र नहीं
अपने संबोधन के दौरान रईसी ने सिर्फ फिलिस्तीन का मुद्दा उठाया। उन्होंने कहा कि ईरान फिलिस्तीनियों के हित के लिए लड़ता रहेगा। रईसी ने कश्मीर का कोई जिक्र नहीं किया। जहां तक कि मीडिया के साथ अपने बातचीत के दौरान रईसी ने एक बार भी कश्मीर का नाम नहीं लिया व खामोशी बरती।
राष्ट्रपति रईसी ने कश्मीर का उल्लेख करने से परहेज किया और इसके बजाय विशेष रूप से फिलिस्तीन में उत्पीड़न के खिलाफ लड़ने वालों के लिए ईरान के समर्थन की बात की। राष्ट्रपति रईसी की कश्मीर मामले मे चुप्पी को पाकिस्तान में शहबाज के लिए अपमानजनक बताया जा रहा है।
Ebrahim Raisi ने पाकिस्तान का दौरा क्यों किया
इजराइल और ईरान के बीच हालात बिगड़ते जा रहे हैं इस बीच ईरानी राष्ट्रपति रईसी अचानक से तीन दिनों के लिए पाकिस्तान पहुंच जाते हैं। पश्चिम एशिया में बढ़ते तनाव को देखते हुए ईरान का यह कदम एक सोंची समझी रणनीति के तहत है। इस यात्रा का उद्देश्य ईरान और पाकिस्तान के बीच तनावपूर्ण संबंधों को सुधारना है, क्योंकि दोनों देशों ने कुछ दिन पहले एक-दूसरे की धरती पर कथित आतंकवादी ठिकानों के खिलाफ हवाई हमले किए थे ।
कई समझौते पर हुए हस्ताक्षर
रेडियो पाकिस्तान के अनुसार, ईरान और पाकिस्तान ने आठ समझौतों पर हस्ताक्षर किए ।दोनों नेताओं ने अपने देशों के बीच व्यापार और संचार संपर्क बढ़ाने पर भी चर्चा की। राष्ट्रपति रईसी और प्रधानमंत्री शरीफ आतंकवाद को खत्म करने के लिए संयुक्त प्रयासों पर भी सहमत हुए ।