न्यूज़ डेस्क : (GBN24)
China इन दिनों वैश्विक सुरक्षा पहल नाम से नाटो जैसा गठबंधन बनाने की कोशिश में है। इस गठबंधन में Pakistan के शामिल होने की प्रबल संभावना है। विशेषज्ञों की माने तो अगर Pakistan ‘China नाटो’ में शामिल होता है तो China Pakistan को कर्जे भी देगा और साथ ही आधुनिक हथियार भी मुहैया करा देगा जिससे Pakistan के हाथों मे कई घातक हथियार लग जाएंगे। इससे भारत की चिंता बढ़ सकती है।
इस्लामाबाद: China राष्ट्रपति शी जिनपिंग ने वैश्विक सुरक्षा पहल (GSI) का प्रस्ताव दिया है। इसका उद्देश्य एक एशियाई सुरक्षा ढांचा का निर्माण करना है। इस वैश्विक सुरक्षा पहल की तुलना अमेरिका के नेतृत्व वाले नाटो से की जा रही है, जिसके 32 सदस्यों में से 30 यूरोप से हैं। नाटो के अनुच्छेद 5 के अनुसार, किसी भी एक सदस्य देश पर बाहरी आक्रमण बाकी सभी देशों पर आक्रमण माना जाएगा। एशिया में अमेरिका के लगातार बढ़ते प्रभाव से China चिंतित है। ऐसे में वह China नाटो जैसे एक नए गठबंधन का निर्माण करना चाहता है, ताकि अमेरिका पर दबाव बढ़ाने के साथ-साथ उसके बढ़ते प्रभाव को कम कर सके ।
खराब आर्थिक हालातों से जूझ रहा है चीन
कई सूत्रों ने बताया कि China बढ़ते कोविड मामलों के कारण दुनिया के लिए काफी हद तक बंद है। इससे China अर्थव्यवस्था की कमर टूट गई है। China दशकों बाद सबसे खराब आर्थिक स्थिति का सामना कर रहा है। ऐसे में शी जिनपिंग लोगों के बीच फैल रहे गुस्से को शांत करने के लिए सुरक्षा के मोर्चे पर एक नई कहानी को आकार देने में व्यस्त हैं।
अमेरिका और China के संबंध
विशेषज्ञों के अनुसार अमेरिका और China के संबंध इस वक्त अपने सबसे निचले स्तर पर हैं। राजनयिक और व्यापारिक स्तर पर अब इन दोनों देशों के संबंध China की चालाकियों और गलत मंशाओं के चलते पटरी से उतरे हुए हैं और ऐसा पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के कार्यकाल से चला आ रहा है। संभवत:…इसीलिए अमेरिकी अगुआई वाले ‘नाटो’ संगठन की टक्कर में अब China ‘वैश्विक सुरक्षा पहल’ नाम से अपनी तर्ज पर एक गठबंधन खड़ा करने में जुटा है।