न्यूज़ डेस्क : (GBN24)
Bakrid 2024: मुस्लिम समाज का सबसे बड़ा त्यौहार बकरीद(Bakrid) इस साल 17 जून को है। 17 जून मुस्लिम समाज के लोग बकरा काट कर अपना त्यौहार मनाएंगे। Bakrid आने में सिर्फ कुछ ही दिन बचे है लेकिन बाजारों में इस त्यौहार की रौनक अभी से देखी जा सकती है। Bakrid को लेकर सरकार भी एक्शन मोड़ में आ गयी है तो वहीं पीपुल्स फॉर एथिकल ट्रीटमेंट आफ एनिमल्स (PETA) ने Bakrid को देखते हुए शुक्रवार को सोशल मीडिया पर एक वीडियो जारी की है। जिसमे उन्होंने जानवरों की कुर्बानी के बिना त्योहार मनाने के लिए जागरूक किया है।
दरअसल PETA इंडिया ने सोशल मीडिया x पर वीडियो शेयर किया है। इस वीडियो में दिखाया गया है कि कैसे शाकाहार समर्थक कई मुस्लिम बकरीद को मना रहे है। वीडियो को सांगली में बचाई गई बकरियों के साथ बनाया गया है। जानवरों की कुर्बानी के बिना त्योहार मनाने के बारे में जागरूक करने के लिए इस वीडियो को जारी किया गया है।
इस वीडियो के माध्यम से यह संदेश साझा किया गया है कि इस्लाम, सभी धर्मों की तरह करुणा और दया सिखाता है और दूसरों से भी शाकाहारी बनने का आग्रह करता है। संगठन से जुड़ी फरहत उल एन ने वीडियो में कहा कि शाकाहारी बनना अच्छा विकल्प है। इससे कार्बन फुटप्रिंट में 73 प्रतिशत की कमी आई है .
🌙✨ Several vegan Muslim PETA India supporters celebrated Eid ul-Adha by having goats as guests of honour, not as dinner. 🌱🐐❤️ https://t.co/ZoysKQPK5F
Eid Mubarak, friends!
— PETA India (@PetaIndia) June 14, 2024
सरकार को पशु क्रूरता निवारण अधिनियम की धारा हटाने की मांग
बता दें, संगठन ने बयान में कहा है कि कुर्बानी के लिए लाए गए जानवरों से क्रूरता की जाती है। उन्हें अत्यधिक भीड़ वाले ट्रकों में ठूंस दिया जाता है, जिससे उनका दम घुटने लगता है और हड्डियां भी टूट जाती हैं। यहां तक की उन्होंने सरकार से आग्रह किया कि, सरकार को पशु क्रूरता निवारण अधिनियम 1960 की धारा 28 को हटाना चाहिए जो इसकी अनुमति देता है।