न्यूज़ डेस्क : (GBN24)
शशिकला दुशाद
Planes Bomb threats : प्लेन में बम होने की फर्जी धमकी की घटनाओं को रोकने के लिए नागर विमानन मंत्रालय (aviation ministry) कड़ा कानून लागू करने की योजना बना रही है. मंत्रालय के एक वरिष्ठ अधिकारी ने गुरुवार को कहा कि बम होने की फर्जी धमकी देने के मामले में दोषियों को ‘नो फ्लाई’ लिस्ट में शामिल किया जायेगा.
उड्डयन मंत्री के.राममोहन नायडू (K.Rammohan Naidu) ने कहा कि मंत्रालय नागरिक उड्डयन नियमों में संशोधन करने पर विचार विमर्श कर रहा है ताकि एयरलाइनों में बम (Planes Bomb threats) की फर्जी धमकी देने वाली घटनाओं को रोकने के लिए सख्त कार्रवाई सुनिश्चित की जा सके.
पिछले 4 दिनों में 25 फ्लाइट्स को बम से उड़ाने की मिली धमकी
आपको बता दें कि पिछले 4 दिनों में अलग-अलग भारतीय एयरलाइंस की कम से कम 25 फ्लाइट्स को (Planes Bomb threats) बम से उड़ाने की धमकियां मिल चुकी हैं. इन फ्लाइट्स में अंतरराष्ट्रीय उड़ानें भी शामिल हैं और उनमें से कुछ का रूट भी अब बदल दिया गया है. इनमें से ज्यादातर धमकियां फर्जी साबित हुई हैं.
उड्डयन मंत्रालय के एक अधिकारी ने कहा कि इस संबंध में मंत्रालय नागरिक उड्डयन सुरक्षा ब्यूरो (BCAS) से संबंधित नियमों सहित मौजूदा नियमों में भी संशोधन करने पर विचार कर रही है. ताकि दोषियों को कड़ी सजा दी जा सके. अधिकारी ने आगे कहा कि बम की झूठी धमकी देने वाले लोगों को एयरलाइन की ‘नो-फ्लाई’ लिस्ट में शामिल करने के प्रस्ताव पर भी विचार किया जा रहा है.
Hon’ble Minister Sh. Ram Mohan Naidu Ji chaired a review meeting of Ministry today with Secretary Sh. Vumlunmang Vualnam, DGCA Director General Vikram Dev Dutt, BCAS Director General Zulfiquar Hasan, AAI Chairman M. Suresh, and senior ministry officials.@RamMNK pic.twitter.com/4Q0EvydvZq— MoCA_GoI (@MoCA_GoI) October 17, 2024
दोषियों पर सरकार की नज़र
मंत्रालय के अधिकारी ने कहा कि गृह और कानून मंत्रालयों के बीच इस विषय पर चर्चा की जा रही है. साथ ही एयरलाइन से भी जानकारी प्राप्त की जा रही है. अधिकारी ने कहा कि,‘हम ऐसे नियम बनाना चाहते हैं जो कठोर हों।’ बुधवार को नागरिक उड्डयन मंत्री के. राममोहन नायडू ने कहा था कि कानून प्रवर्तन एजेंसियां एयरलाइंस को बम की फर्जी धमकी (Planes Bomb threats) के सभी मामलों की सक्रियता से जांच कर रही हैं और सरकार इस मामले पर बारीकी से नजर रख रही है. साथ ही उन्होंने विमानन क्षेत्र की सुरक्षा और ऑपरेशन से समझौता करने की किसी भी कोशिश की कड़ी निंदा की थी.