न्यूज़ डेस्क : (GBN24)
स्नेहा श्रीवास्तव
PM Shree Yojana अंतर्गत आने वाले स्कूलों में स्मार्ट क्लासरूम, विज्ञान और गणित के लिए अत्याधुनिक लैब्स, खेल सुविधाएं और डिजिटल लाइब्रेरी जैसी सुविधाएं विकसित की जाएगी.
भारत सरकार की ओर से PM Shree Yojana के तहत तीसरे चरण में छत्तीसगढ़ के 52 शालाएं को मान्यता दी गई है. इस योजना के तहत पहलीं से 12वीं तक की 47 शालाएं और कक्षा 6वीं से 12वीं तक की पांच स्कूल शामिल हैं. PM Shree Yojana के अंतर्गत आने वाले स्कूलों में स्मार्ट क्लासरूम, विज्ञान और गणित के लिए अत्याधुनिक लैब्स, खेल सुविधाएं और डिजिटल लाइब्रेरी जैसी सुविधाएं विकसित की जाएगी. इससे पहले राज्य में प्रथम चरण में 211 शालाओं को PM Shree Yojana की स्वीकृति मिली चुकी है.
इस तरह राज्य में कुल 263 शालाओं को PM Shree Yojana के अंतर्गत मॉडल स्कूल के रूप में विकसित किए जाने की स्वीकृति मिल चुकी है. प्रथम चरण में PM Shree Yojana के तहत स्वीकृत शालाओं को अपग्रेड किए जाने की प्रक्रिया शुरू हो गई है.
विज्ञापनराज्य में PPM Shree Yojana का शुभारंभ 19 फरवरी 2024 को केंद्रीय शिक्षा मंत्री श्री धर्मेन्द्र प्रधान ने किया था. उन्होंने इस मौके पर छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय द्वारा राज्य में शिक्षा की गुणवत्ता को लेकर किए जा रहे प्रयासों को सराहा था. इस योजना के तहत हर स्कूल में 2-2 करोड़ रूपए व्यय कर एक आदर्श स्कूल के रूप में विकसित करने की योजना है.
क्या मिलेंगी सुविधाएं
राष्ट्रीय शिक्षा नीति (NEP) 2020 के तहत PPM Shree Yojana के अंतर्गत शालाओं को मॉडल स्कूल के रूप में विकसित करने का लक्ष्य है. PM Shree Yojana के तहत चुने हुए शालाओं का अकादमिक एवं अधोसंरचनात्मक सुदृढ़ीकरण किया जाएगा. इन शालाओं में वर्चुअल रियलिटी लैब, अटल टिकरिंग, एआई रोबोटिक्स, गेमीफाइड लर्निंग आदि माध्यम से शिक्षा की सुविधा उपलब्ध मिलेगी, इसके अलावा इन शालाओं में पढ़ रहे विद्यार्थियों को स्मार्ट क्लास, आईसीटी लैब, डिजिटल लाइब्रेरी, इंडोर एवं आऊटडोर स्पोर्ट्स एवं गेम्स की सुविधाओं के साथ-साथ समर कैंप, एडवेंचर स्पोर्ट, कैरियर गाइडेंस एवं काउंसलिंग का लाभ भी प्राप्त होगा.