आतिफा शेख
न्यूज़ डेस्क : (GBN24)
इस आधुनिक युग में स्मार्टफोन तो हर किसी के हाथ में आपको नजर आ ही जाता है, क्यूंकि आज के समय लोग अपनों से दूर तो रह सकते है लेकिन MOBILE फ़ोन से बिलकुल नहीं, अब आप सोच रहे होंगे की हम ये बात क्यों बोल रहे हैं? तो बतादें की अभी e-Sim को लेकर काफी चर्चा हो रही है, तो हमने सोचा क्यों ना आपको भी बताए, क्या होती है e-Sim, और इसे कैसे करते हैं इस्तेमाल, और इसे क्या फ़ायदा होता है और क्या होता है नुकसान.
हर दिन नई-नई तकनीक का विकास हो रहा है और हर क्षेत्र में एडवांस टेक्नोलॉजी आ रही है। आप smartphones में हो रहे बदलाव को तो देख रहे हैं, लेकिन क्या आपको पता है कि आने वाले समय में सिम भी बदल जाएगी। मतलब अब आपको अपने मोबाइल फोन में सिम लगाने की जरूरत नहीं पड़ेगी। इस समय e-SIM को लेकर काफी चर्चा है, लेकिन बहुत से लोगों को यह पता नहीं है कि यह e-SIM होती क्या है और इसका इस्तेमाल कैसे करेंगे।
पहले ये समझिए की क्या है e-SIM
e-SIM मोबाइल फोन, स्मार्टवाच, में इस्तेमाल होने वाला वर्चुअल सिम कार्ड है. यह physical सिम से बिल्कुल अलग होता है. e-SIM का विकल्प चुनने पर आपको फोन में कोई कार्ड नहीं डालना होगा. टेलीकाम कंपनी ने e-SIM को over-the-air चालू कर देती है. बता दें कि आपको e-SIM में भी physical सिम कार्ड के सभी Features उपलब्ध होते हैं.
दरअसल, कुछ समय पहले Apple ने अपने I PHONE -14 और I PHONE -14 pro model में physical सिम के बजाय ग्राहकों को केवल e-SIM का विकल्प उपलब्ध कराया था. हालांकि, e-SIM वालाI PHONE model केवल अमेरिका में ही उपलब्ध है. अब भारत में भी कई कंपनियां e-SIM की सुविधा दे रही हैं. माना जा रहा है कि भविष्य में ज्यादातर smartphones यूजर्स e-SIM का ही इस्तेमाल करना शुरू कर देंगे.
Airtel के ceo और Managing director गोपाल Vittal ने e-SIM के इस्तेमाल पर जोर दिया है। उन्होंने अपने Customers से कहा है कि वे e-SIM अपनाएं। उनका कहना है कि अब हमें e-SIM की तरफ शिफ्ट होना चाहिए। उन्होंने रेगुलर सिम कार्ड की तुलना में e-SIM को ज्यादा सुरक्षित बताया है। उन्होंने e-SIM को एक नियमित सिम कार्ड का ऑनलाइन विस्तार बताते हुए कहा है कि ग्राहकों को अब अपने फोन में physical सिम कार्ड लगाने की जरूरत नहीं है।
हाल ही में Airtel ने इसे लेकर अपने सभी ग्राहकों को मेल भेजा है, जिसमें e-SIM और इसके फायदों के बारे में बताया गया है। जैसा कि आप जानते हैं इस समय आप जो सिम अपने फोन में इस्तेमाल कर रहे हैं वह physical form में होती है। हालांकि आपने यह जरूर नोटिस किया होगा कि पहले सिम का साइज थोड़ा बड़ा होता था, लेकिन अब यह उसके आधे से भी छोटा रह गया है। इसमें एक माइक्रोचिप लगा होता है।
e-SIM में आपके फोन के अंदर माइक्रोचिप पहले से ही लगा होगा। आप जिस किसी कंपनी का सिम लेना चाहते हैं उससे ले सकते हैं, यह digital form
में होगा।e-SIM के अंदर normal सिम में मिलने वाली सभी सुविधाएं मिलेंगी। इसके साथ ही इसका एक फायदा यह है कि e-SIM को किसी तरह का physical damage नहीं होगा।
चलिए अब बताते है e-SIM कार्ड खरीदने का नया नियम
e-SIM का सबसे बड़ा फायदा यह है कि अगर आपका फोन चोरी हो जाए तो उसे आसानी से ट्रैक किया जा सकता है। मतलब उसकी लोकेशन पता लगाना मुश्किल नहीं होगा। अगर कोई आपका फोन चोरी कर लेता है तो पहले तो स्विच ऑफ कर देता है उसके बाद सिम निकालकर फेंक देता है। e-SIM आ जाने से वह सिम निकालकर फेंक नहीं पाएगा, क्योंकि इसमें सिम को निकाला नहीं जा सकता। ऐसे में वह उस चुराए गए फोन को इस्तेमाल नहीं कर पाएगा। e-SIM हमेशा एक्टिव रहेगा।
e-SIM होने पर आपको बार-बार सिम निकालकर लगाने की जरूरत नहीं होगी। कई बार सिम निकालने पर खो जाती है, लेकिन अब यह नहीं होगा।
e-SIM में आप सिर्फ एक या दो नहीं बल्कि कई मोबाइल नंबर्स का इस्तेमाल कर सकते हैं। इसे हैक करना भी आसान नहीं होगा। यह डिजिटल फाइल की तरह स्टोर रहता है और इस्तेमाल करने वाले को डाउनलोड करना होता है।