न्यूज़ डेस्क : (GBN24)
शशिकला दुशाद
Rajasthan Stray Cow: राजस्थान के मुख्यमंत्री भजन लाल शर्मा (Bhajan Lal Sharma) ने गायों के लिए इस्तेमाल की जाने वाली शब्द (आवारा) को लेकर नया फैसला सुनाया है.भजन लाल शर्मा ने कहा है कि अब से गाय को ‘आवारा’ कहकर नहीं पुकारा जाएगा. CM भजनलाल शर्मा ने इस शब्द को लेकर कड़ी आपत्ति जाहिर जताई और इसकी जगह पर ‘सम्मानजनक’ शब्द इस्तेमाल करने की अधिसूचना जारी की है. (Rajasthan Stray Cow) अधिसूचना में कहा गया कि अब से बाहर घूमती गायों को ‘निराश्रित’ यानी ‘बेसहारा’ कहकर बुलाया जाएगा.
राजस्थान सरकार के गोपालन विभाग ने 27 अक्टूबर की रात को राज्य के सभी सरकारी विभागों में आदेश जारी किए हैं. गोपालन विभाग के शासन सचिव डॉ. समित शर्मा ने लिखा,
गौवंश हमारी सांस्कृतिक धरोहर का महत्तवपूर्ण हिस्सा हैं. आज के समय में अलग अलग कारणों से कुछ गौवंश निराश्रित और बेसहारा हो जाते हैं. उन्हें असहाय स्थिति में सड़कों या अन्य सार्वजनिक जगहों पर देखा जाता है. इन गौवंश के लिए आवारा शब्द का इस्तेमाल करना अनुचित और अपमानजनक है. ये हमारे सांस्कृतिक मूल्यों के विपरीत है.
आगे लिखा,”स्वतंत्र रूप से विचरण करने वाले गौवंश को आवारा ना कहकर निराश्रित या बेसहारा गौवंश कहकर संबोधित किया जाना सही है. ये शब्दावली इन गौवंश के प्रति संवेदनशीलती, सम्मान और करुणा प्रकट करती है.”
अधिसूचना में कहा गया कि सारे राजकीय और अनुदानित संस्थाएं गौवंश के लिए इसी शब्दा का इस्तेमाल करे. साथ ही हर राजकीय आदेश, दिशा निर्देश, सूचना पत्र, रिपोर्ट में भी ‘आवारा’ की जगह ‘निराश्रित या बेसहारा गौवंश’ का इस्तेमाल करने को कहा गया है.
इससे पहले भी किया गया था मांग
इससे पहले भी राजस्थान में गाय को राज्य माता का दर्जा देने को लेकर मांग कि गयी थी. सीकर से भाजपा विधायक गोरधन वर्मा ने मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा को एक लेटर लिखकर (Rajasthan Stray Cow) गाय को ‘राज्य माता’ का दर्जा देने और गौ हत्या करने वालों को मृत्युदंड देने की मांग की थी. आपको बता दें, कुछ समय पहले महाराष्ट्र में एकनाथ शिंदे सरकार ने भी देसी गाय को राज्यमाता का दर्जा दिया था. उन्होंने कहा था कि स्वदेशी गायें किसानों के लिए वरदान हैं इसलिए इन्हें ‘राज्य माता’ का दर्जा देने का फैसला लिया गया है. ऐसा करने वाला महाराष्ट्र भारत का पहला राज्य है.