प्रख्यात समाजवादी नेता जदयू के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष और वर्तमान में राजद मेंबर शरद यादव का 75 वर्ष में निधन हो गया।
बहुत सक्रिय संसदीय राजनीति के हिसाब से 1991 में उनका बिहार आगमन हुआ। और तब से वे यहीं के, हम सबके होकर रह गए। उन्होंने मधेपुरा से लोकसभा का चुनाव जीता। रमेंद्र कुमार रवि को टिकट मिला था। उनकी जगह शरद भाई को लड़ाया गया। यह जनता दल का दौर था । बीपी सिंह की सरकार गिर गई थी। लालू प्रसाद को मुख्यमंत्री बनाने में उनकी बड़ी भूमिका रही।
पार्टी के बड़े नेताओं में से कुछ लोग रामसुंदर दास को सर्वसम्मति से मुख्यमंत्री बनाना चाहते थे। रघुनाथ झा भी मैदान में आ गए। ऐसे में शरद भाई के कारण ही लालू प्रसाद मुख्यमंत्री बन पाए। शरद भाई ने जदयू का भी नेतृत्व किया। एनडीए के राष्ट्रीय संयोजक रहे। इस रूप में उनकी इच्छा सबको जोड़कर रखने की रही। हालांकि इसमें उनको कामयाबी नहीं मिली ।
1990 में जब लालू यादव मुख्यमंत्री बने थे तो उसमें सबसे बड़ी भूमिका शरद यादव की रही थी। शरद यादव और चंद्रशेखर ने मिलकर लालू यादव के खिलाफ डमी कैंडिडेट रघुनाथ झा को खड़ा किया था। इसी सदाकत आश्रम के बृजमोहन स्मारक के पास विधायक दल की बैठक हुई थी और नेता चुना गया था। तब ज्यादा से ज्यादा लोगों ने लालू यादव के पक्ष में अपना समर्थन दिया था।
श्याम रजक कहते हैं कि 2013 में महागठबंधन बनाने में शरद यादव की बड़ी भूमिका रही ही थी। 2022 में भी शरद यादव ने लालू यादव और नीतीश कुमार को मिलाने में बड़ी भूमिका निभाई थी। शरद ने ही सीएम नीतीश कुमार से भी बात की थी और लालू यादव को भी इस गठबंधन के लिए फिर से तैयार किया था। आज जो महागठबंधन बना है, वह पूरी तरह से शरद यादव की ही देन है।

JDU के पूर्व अध्यक्ष शरद यादव का दिल्ली के एक निजी अस्पताल में निधन हो गया। उनकी बेटी सुभाषिनी यादव ने रात पौने 11 बजे सोशल मीडिया पर उनके निधन की जानकारी दी। शुभाषिनी ने ट्वीट में लिखा, ‘पापा नहीं रहे’। उनकी उम्र 75 साल थी। दिल्ली के छतरपुर में उनके आवास पर पर्थिव शरीर अंतिम दर्शन के लिए रखा गया है। कल होशंगाबाद के बाबई तहसील के आंखमऊ गांव में उनका अंतिम संस्कार किया जाएगा।
शरद यादव चार बार बिहार के मधेपुरा सीट से सांसद रहे हैं। वे जनता दल यूनाइटेड (जेडीयू) के अध्यक्ष के साथ केंद्र में मंत्री भी रह चुके हैं। पूर्व मंत्री की तबीयत बिगड़ती जा रही थी और उन्हें गुरुग्राम के फोर्टिस अस्पताल में भर्ती कराया गया था।
फोर्टिस मेमोरियल रिसर्च इंस्टीट्यूट ने बयान जारी कर कहा कि शरद यादव को अचेत अवस्था में फोर्टिस में आपात स्थिति में लाया गया था। जांच करने पर उनकी कोई पल्स या रिकॉर्डेबल ब्लड प्रेशर नहीं था।