न्यूज़ डेस्क : (GBN24)
Russia-Ukraine Peace: यूक्रेन-रूस युद्ध को भारत हल करवाने में काफी अहम भूमिका निभा रहा है. इस बीच प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) ने दोनों देशों के बीच 2022 में शुरू हुए युद्ध के बाद रूस और यूक्रेन की पहली यात्रा की. जिसमें नरेंद्र मोदी ने यूक्रेनी राष्ट्रपति जेलेंस्की और व्लादिमीर पुतिन से मुलाकात की. मुलाकात के दौरान संघर्ष को खत्म करने के लिए शांति और कूटनीत की PM मोदी ने वकालत की थी. जानकारी के अनुसार इस वर्ष भारत की यात्रा करने जेलेंस्की भारत आ सकते हैं.
अजीत डोभाल अब मॉस्को पहुंचे
प्रधानमंत्री मोदी की यूक्रेन और रूस यात्रा के बाद राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल मॉस्को पहुंच गए हैं. ऐसा बताया जा रहा है कि PM मोदी का प्रस्तावित शांति (Russia-Ukraine Peace) प्लान लेकर अजीत डोभाल मॉस्को पहुंचे हैं. दरअसल यहां रूस के राष्ट्रपति पुतिन से वो प्लान को साझा करेंगे. इस दौरान विदेश मंत्री एस जयशंकर ने कहा कि यह संघर्ष दोनों देशों को युद्ध के मैदान से बाहर सुलझाना होगा. उन्हें सलाह देने के लिए भारत पूरी तरह से तैयार है.
नहीं सुलझेगा युद्ध के मैदान में संघर्ष
विदेश मंत्री एस. जयशंकर ने जर्मनी के बर्लिन में वहां के विदेश कार्यालय के वार्षिक राजदूत सम्मेलन में कहा कि मुझे ऐसा नहीं लगता कि युद्ध के मैदान (Russia-Ukraine Peace) में यह संघर्ष सुलझने वाला है. उन्होंने कहा कि किसी न किसी स्तर पर बातचीत होगी. यूक्रेन और रूस को बातचीत होने पर उसमें शामिल होना पड़ेगा.
जब मोदी ने कहा- यह युग युद्ध का नहीं
अपनी यूक्रेन यात्रा के दौरान PM मोदी ने जेलेंस्की से ये बात कही थी कि इस युद्ध को रोकने (Russia-Ukraine Peace) के लिए भारत सक्रिय भूमिका निभाने के लिए पूरी तरह से तैयार है. इससे पहले अपनी रूस यात्रा के दौरान नरेंद्र मोदी ने पुतिन के सामने यह कहा था कि यह युग युद्ध का युग नहीं है. दरअसल नरेंद्र मोदी दुनिया के उन नेताओं में से एक हैं जिनके जेलेंस्की और पुतिन से काफी अच्छे संबंध हैं.
लगातार 3 देशों के साथ संपर्क में हूं: पुतिन
रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने यह कहा कि यूक्रेन संघर्ष के बारे में ब्राजील, भारत और चीन के साथ लगातार संपर्क में हैं. पुतिन ने आगे यह भी कहा कि यदि यूक्रेन की इच्छा है कि वह वार्ता जारी रखे तो ऐसा मैं कर सकता हूं.