न्यूज़ डेस्क : (GBN24)
Ophiactis Hex: वैज्ञानिकों ने एक अविश्वसनीय खोज की है, जो 155 मिलियन वर्ष पुराना प्राणी है ये जीव खुद का क्लोन बनाने की क्षमता रखता था। इस विचित्र जीव पर किए गए एक अध्ययन के अनुसार पता चला कि स्टारफिश जैसे इस जीव की छह भुजाएं थीं और वह अपने शरीर से खुद का क्लोन बना सकता था। शोधकर्ताओं ने कहा कि यह नई प्रजाति का एकमात्र ज्ञात नमूना है, जिसे उन्होंने ओफियाक्टिस हेक्स नाम दिया है। साइंस अलर्ट के अनुसार, 2018 में जर्मनी में चूना पत्थर के भंडार से एक तरह के जीवाश्म की खुदाई की गई थी, जो कभी मूंगा घास के मैदानों और स्पंज बेड से भरा एक गहरा लैगून था।
15.5 करोड़ साल पुराना है जीवाश्म
यह महत्वपूर्ण है क्योंकि वैज्ञानिकों को पहली बार क्लोनिंग को विकसित होने के सटीक समय के बारे में जानकारी नहीं है। कहा जा रहा है कि 15.5 करोड़ साल पुराने जीवाश्म (Ophiactis Hex) को इतनी अच्छी तरह से संरक्षित किया गया है कि सभी हुक-आकार की बांह की रीढ़ दिखाई देती है। इसका नाम टेरी प्रचेत के डिस्कवर्ल्ड उपन्यासों में से एक में जादुई सुपर कंप्यूटर के नाम पर रखा गया था, एक ऐसी फास्ट मशीन जो अकल्पनीय सोचने में सक्षम है।
जीवाश्म विज्ञान डॉ. बेन थ्यू के अनुसार
लक्ज़मबर्ग के म्यूसी नेशनल डी’हिस्टोयर नेचरले के जीवाश्म विज्ञान डॉ. बेन थ्यू ने नए पेपर में इस जीव (Ophiactis Hex) के बारे में वर्णन करते हुए लिखा है डॉ.बेन थ्यू का कहना है कि 15.5 करोड़ साल पुराने छह हाथ वाले ब्रिटिल स्टार को खोजने के मामले में जीवाश्म विज्ञानियों की इंटरनेशनल टीम खुशकिस्मत थी, जो एक शरीर के आधे हिस्से को फिर से जिंदा करने की प्रक्रिया में जर्जर हो गया था. उनके मुताबिक यह नमूना इस बात का पक्का सबूत है कि तारे के आकार के इचिनोडर्म्स में उस दौर में भी क्लोनल विखंडन हुआ करता था.
शरीर के कुछ हिस्सों को तोड़कर संतान पैदा कर लेता था
बेहद शोधकर्ताओं को इस प्रकार की पहली प्रजाती मिली है. उन्होंने कहा कि यह टूटने वाले स्टारफिश के प्रकार के प्रजाति यह एकमात्र ज्ञात नमूना है, जिसे उन्होंने ओफियाक्टिस हेक्स (Ophiactis Hex) नाम दिया है. यह जीव अपने शरीर के कुछ हिस्सों को तोड़कर क्लोनिंग करके उन्हें फिर से विकसित करता था. इस आनुवंशिकी प्रक्रिया से वह समान संतान पैदा कर लेता था. शोधकर्ताओं के अनुसार इस प्रक्रिया को विखंडन भी कहा जाता है.