ईशा दुबे
न्यूज़ डेस्क : (GBN24)
अमेठी लोकसभा सीट से सांसद स्मृति ईरानी (Smriti Irani) की गिनती भारतीय जनता पार्टी की कद्दावर नेता के रूप में होती है। 2019 के लोकसभा चुनाव में उत्तर प्रदेश के अमेठी संसदीय क्षेत्र से कांग्रेस के तत्कालीन अध्यक्ष राहुल गांधी (Rahul Gandhi) को पचपन हजार से अधिक वोटों के अंतर से हराने के बाद पार्टी के भीतर स्मृति ईरानी का कद और बढ़ गया। तीखे तंज और हमलावर प्रकृति के चलते स्मृति ईरानी को समय-समय पर विपक्षियों पर प्रहार करने की राजनीतिक जिम्मेदारी भी दी जाती है।
अमेठी की ‘स्मृति’
भारतीय जनता पार्टी की कद्दावर नेता स्मृति ईरानी उत्तर प्रदेश की अमेठी लोकसभा सीट से सांसद हैं। 2019 के लोकसभा चुनाव में स्मृति ईरानी ने उस वक्त कांग्रेस के अध्यक्ष राहुल गांधी को 55120 वोटों के अंतर से हराया था। इससे पहले स्मृति ईरानी 2014 में पहली बार अमेठी से लोकसभा चुनाव लड़ी थीं, लेकिन उस चुनाव में राहुल गांधी ने उन्हें करीब एक लाख वोटों से हरा दिया था। हालांकि इस हार के बाद भी स्मृति ईरानी अमेठी में काफी एक्टिव रही थीं, जिसका नतीजा 2019 में देखने को मिला।
1999 से लगातार अमेठी में जीतती आ रही कांग्रेस को पहली बार हार का मुंह देखना पड़ा था।,साल 2014 में अमेठी से चुनाव हारने के बाद भी स्मृति ईरानी मोदी सरकार में कैबिनेट मंत्री बनी थीं। राज्यसभा के जरिए स्मृति ईरानी को मोदी कैबिनेट में मानव संसाधन विकास मंत्रालय दिया गया था। वह उस वक्त मोदी कैबिनेट में सबसे युवा मंत्री थीं। 2014 से 2016 तक उनके पास यह मंत्रालय रहा।
जुलाई 2017 से मई 2018 तक उन्हें सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय दिया गया। इसके बाद जुलाई 2016 से जुलाई 2021 तक कपड़ा मंत्री के रूप में उन्होंने काम किया। सरकार में सबसे कम उम्र की केंद्रीय कैबिनेट मंत्री और शिक्षा मंत्री और कपड़ा मंत्री के रूप में पद संभालने वाली वह पहली महिला रहीं। फिलहाल वह महिला एवं बाल विकास मंत्रालय संभाल रही हैं।
स्मृति ईरानी ने शिक्षा मंत्री के रूप में इनोवेशन और टेक्नोलॉजी की दिशा में महत्वपूर्ण काम किया। उन्होंने इस क्षेत्र में भारत की क्षमताओं को बढ़ाने के लिए विभिन्न शैक्षिक सुधारों की शुरुआत की। उन्होंने भारत की नई शिक्षा नीति की कल्पना करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। उन्होंने भारत के पहले एमओओसी (MOOC) प्लेटफॉर्म स्वयम (SWAYAM), नेशनल डिजिटल लाइब्रेरी और ज्ञान (GIAN) नामक शिक्षाविदों के एक वैश्विक नेटवर्क सहित कई बड़े पैमाने पर परियोजनाओं की शुरुआत की। उन्होंने छात्रों और शिक्षा जगत के बीच अनुसंधान, नवाचार और प्रौद्योगिकी को बढ़ावा देने के लिए इम्प्रिंट (IMPRINT) लॉन्च किया।
फिलहाल 2024 लोकसभा चुनाव में अमेठी लोकसभा सीट से भाजपा ने अभी प्रत्याशी घोषित नहीं किया है। लेकिन राजनीतिक हलकों में ये माना जा रहा है कि अमेठी से एक बार फिर तेजतर्रार स्मृति ईरानी को ही रिपीट किया जाएगा।
अभी राहुल गांधी के अमेठी से चुनाव लड़ने पर भी सस्पेंस बरकरार है। इसलिए फिलहाल यही कहा जा सकता है कि अगर स्मृति ईरानी और राहुल गांधी चुनाव मैदान में आमने-सामने हुए तो एक बार फिर दिलचस्प मुकाबला देखने को मिल सकता है।
यह भी पढ़ें
लोकसभा चुनाव 2024 में अजय भट्ट के सामने एक बार फिर ‘अजेय’ बने रहने की चुनौती