न्यूज़ डेस्क : (GBN24)
प्रीत
Donald Trump Firing: Thomas Matthew Crooks की तस्वीर सामने आ चुकी है. इस तस्वीर में 20 साल का हमलावर चश्मा पहने और कैमरे की तरफ देखकर मुस्कुराते हुए दिखाई दे रहा है. Thomas Matthew Crooks एक शांत स्वभाव का इंसान था. और काफी अकेला रहता था, बतादें कि 2022 में बेथेल पार्क हाई स्कूल से उसने अपनी ग्रेजुएशन पूरी की थी. Thomas Matthew Crooks के स्कूलमेट ने बताया कि अक्सर उसे स्कूल में धमकाया जाता था.
रविवार को पेन्सिलवेनिया में एक चुनावी रैली के दौरान पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप पर हमला करने वाले हमलावर Thomas Matthew Crooks की तस्वीर सामने आई है. ट्रंप पर गोली चलाने के कुछ ही सेकंड बाद सीक्रेट सर्विस ने हमलावर के सिर पर गोली मारकर उसका नामोनिशान एक दम से खत्म कर दिया. संघीय जांच ब्यूरो (FBI) के द्वारा अब Thomas Matthew Crooks की तस्वीर जारी कर दी गई है.
20 साल का युवा, आखों पर चशमा और कैमरे की तरफ देखकर मुस्कुराता हुआ चेहरा उसका इस तस्वीर को कोई भी देखेगा तो उसके जहन में बस यही आएगा की आखिर इतना मासूम सा दिखने वाला लड़का देश के पूर्व राष्ट्रपति ट्रंप पर गोली कैसे चला सकता है.
शांत और अकेले रहने वाला थॉमस
एजेंसी के द्वारा यह बताया गया कि Thomas Matthew Crooks काफी शांत स्वभाव का इंसान था। वह काफी ज्यादा अकेले ही रहता था और 2022 में बेथेल पार्क हाई स्कूल से उसने अपनी ग्रेजुएशन पूरी की थी. बताया जा रहा है कि Thomas Matthew Crooks ने राष्ट्रीय गणित और विज्ञान पहल से 500 डॉलर का स्टार अवॉर्ड भी हासिल किया था. वह एक रजिस्टर्ड रिपब्लिकन पार्टी से था और आगामी 5 नवंबर के राष्ट्रपति चुनाव में पहली बार मतदान करने वाला था.
स्कूल में मिलती थी धमकी
Thomas Matthew Crooks के स्कूलमेट ने बताया कि उसे कभी राजनीति या ट्रम्प पर चर्चा करते हुए नहीं देखा था. लेकिन, उसे अक्सर स्कूल में धमकाया जाता था. एक छात्र ने स्थानीय अमेरिकी मीडिया को बताया कि ‘वह शांत रहता था, लेकिन उसे धमकाया जाता था. उसे बहुत धमकाया जाता था.’
ग्रेजुएशन होने के बाद, वह एक नर्सिंग होम में काम कर रहा था. हमले के बाद, उसकी कार के अंदर एक ‘संदिग्ध उपकरण’ पाया गया, जिसकी अब बम तकनीशियनों द्वारा जांच की जा रही है. अधिकारी अब उसके फोन की भी जांच कर रहे हैं.
सुरक्षा अधिकारियों को दी गई थी चेतावनी
हमले से पहले रैली में मौजूद प्रत्यक्षदर्शियों ने यह दावा किया था कि उन्होंने उस समय सुरक्षा अधिकारियों को एक ऐसे व्यक्ति के बारे में पहले ही चेतावनी देने की कोशिश करी थी जो पास की ही छत से छत पर घूम रहा था और रैली की ओर बंदूक तानकर पेट के बल लेटा हुआ था.