पीएम मोदी ने लखनऊ में ग्लोबल इन्वेस्टर समिट का इनॉगरेशन किया। 10 से 12 फरवरी यानी 3 दिनों तक यह इन्वेस्टर समिट चलेगी। यूपी सरकार का दावा है कि यह देश की सबसे बड़ी समिट है। इसमें 16 देशों की 304 कंपनियां शामिल हुई हैं। CM योगी ने कहा कि समिट में 32 लाख करोड़ से अधिक के निवेश प्रस्ताव मिले हैं।
वहीं, पीएम मोदी ने अपनी इनॉगरेशन स्पीच में उन्होंने कहा, “इतना सामर्थ्य होने के बावजूद यूपी के साथ कुछ बातें जुड़ गई हैं। लोग कहते थे यूपी का विकास होना ना-मुमकिन है। यहां कानून व्यवस्था सुधारना नामुमकिन है। यहां आए दिन घोटाले होते थे। लेकिन, पांच-छह सालों के भीतर यूपी ने खुद को डंके की चोट पर बेहतर साबित किया है। अब यूपी की पहचान बेहतर कानून व्यवस्था के नाम से जाना जाता है।
पीएम मोदी ने कहा, “एक समय पर यूपी बीमारू राज्य कहलाता था। हर कोई यूपी से अपनी उम्मीदें छोड़ चुका था, लेकिन बीते 5-6 वर्षों में यूपी ने अपनी नई पहचान स्थापित कर ली है। अब यूपी अपनी गुड गवर्नेंस के लिए पहचाना जा रहा है। बहुत जल्द यूपी देश के उस इकलौते राज्य के रूप में जाना जाएगा, जहां 5 अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डे हैं। इंफ्रास्ट्रक्चर के साथ-साथ यूपी में सरकारी सोच और अप्रोच में ईज ऑफ डूइंग बिजनेस को लेकर बदलाव आया है। आज यूपी एक आशा… एक उम्मीद बन चुका है।

हमने दर्जनों पुराने कानून खत्म किए
पीएम मोदी ने कहा, “आज दुनिया की हर विश्वसनीय आवाज यह मानती है कि भारत की अर्थव्यवस्था तेजी से आगे बढ़ती रहेगी। इसके पीछे सबसे बड़ा कारण है। भारतीयों का खुद पर बढ़ता भरोसा। आज भारत में सोशल, डिजिटल और इंफ्रास्ट्रक्चर पर जो काम हुआ है उसका बड़ा लाभ यूपी को भी मिला है। हमने दर्जनों पुराने कानूनों को खत्म किया है और आज भारत सही मायनों में स्पीड और स्केल के रास्ते पर चल पड़ा है।”
ग्रीन ग्रोथ के रास्ते पर भारत
पीएम ने कहा, “इस वर्ष बजट में हमने 35 हजार करोड़ रुपए सिर्फ एनर्जी ट्रांजिशन के लिए रखे हैं। यह दिखाता है कि हमारा इरादा क्या है। आज इंफ्रास्ट्रक्चर पर सरकार रिकॉर्ड खर्च कर रही है। हम हर साल इसको बढ़ा रहे हैं। ग्रीन ग्रोथ के जिस रास्ते पर भारत चल पड़ा है। उस पर मैं आपको आमंत्रित करता हूं। आज भारत के कुल मोबाइल उत्पादन में से 60 फीसदी से अधिक यूपी में होता है। देश के दो डिफेंस कॉरिडोर में से एक यूपी में है। यहां फिशरी, डेयरी और फूड प्रोसेसिंग को लेकर भी अनंत संभावनाएं हैं।”
मोटे अनाज के लिए प्रोत्साहन और ग्लोबल मार्केट तैयार कर रहे’
पीएम मोदी ने कहा, “आज हमारा फोकस छोटे किसानों को ज्यादा साधन देने और उनकी इनपुट कॉस्ट घटाने पर है। इसलिए हम जैविक खेती को निरंतर प्रोत्साहन दे रहे हैं। एक नया अभियान मिलेट्स को लेकर भी शुरू किया गया है। विश्व बाजार में मोटे अनाज की पहचान बने, इसके लिए हमने इसको ‘श्री अन्न’ का नाम दिया है। यह एक सुपर फूड है।
समिट में बड़े उद्योगपति भी शामिल हुए। पढ़िए, उन्होंने यूपी को लेकर क्या कहा?

मुकेश अंबानी: अगले 4 साल में रिलायंस यूपी में 75 हजार करोड़ का निवेश करेगी। इससे 1 लाख लोगों को जॉब मिलेगी। 10 GW की रिन्यूएबल एनर्जी क्षमता का प्लांट स्थापित करेंगे। यह प्रदेश में अब तक की सबसे बड़ी रिन्यूएबल एनर्जी परियोजना होगी। रिलायंस की यूपी में बायो-गैस एनर्जी बिजनेस में उतरने की तैयारी है। 2023 के अंत तक यूपी के सभी शहरों में 5जी रोलआउट हो जाएगा। नए भारत के लिए यूपी आशा का केंद्र बन गया है। नोएडा से गोरखपुर तक, लोगों में जोश और उत्साह है। यूपी का स्वर्णिम युग शुरू हुआ है।
आदित्य बिड़ला समूह के अध्यक्ष कुमार मंगलम: निवेश के लिए यूपी आकर्षण बन गया है। सरकार ने ईज आफ डूइंग बिजनेस को लेकर अच्छा काम किया है। इससे यहां निवेश बढ़ा है। पीएम मोदी एक बात कहते हैं, यूपी+योगी बहुत हैं ‘उपयोगी’। मैं भी इससे अपनी सहमति जताता हूं। उत्तर प्रदेश से हमारे 70 दशक पुराने संबंध हैं। रेणूकोट में हमारी फ्लैगशिप कंपनी हिंडाल्को की सीमेंट फैक्ट्री है। यूपी में आदित्य बिड़ला ग्रुप के 7 से अधिक बिजनेस हैं। 13000 लोग काम करते हैं। मैं यूपी में 25000 करोड़ रुपए के निवेश का प्रस्ताव करता हूं।
टाटा संस के अध्यक्ष एन चंद्रशेखरन: यूपी में विकास की अपार संभावनाएं हैं। कृषि के क्षेत्र में प्रदेश पहले ही खुद को साबित कर चुका है। यहां की करीब 24 करोड़ जनसंख्या प्रदेश की ताकत है। हम ग्रामीण और शहरी विकास को बढ़ावा देंगे। भारत को पांच ट्रिलियन की अर्थव्यवस्था बनाने में यूपी बड़ा योगदान दे सकता है। टाटा संस प्रदेश के विकास में सहयोग देने के लिए पूरी तरह प्रतिबद्ध है।
ज्यूरिख एयरपोर्ट आफ एशिया के सीईओ डेनियल बर्चर: CM योगी आदित्यनाथ के सहयोग से ही नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट आकार ले रहा है। प्रोजेक्ट के विकास के लिए हमें भूमि अधिग्रहण में आसानी हुई। नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट यूपी के विकास के लिए नई संभावनाएं खोलेगा

छद्म समाजवाद ने भारत के औद्योगीकरण को नुकसान पहुंचाया: राजनाथ सिंह समिट में केंद्रीय रक्षामंत्री राजनाथ सिंह ने कहा, “पिछले कुछ समय में योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व में यूपी ने अपने नाम यानी अप को सार्थक किया है। यूपी मतलब स्वास्थ्य अप, शिक्षा अप, कौशल अप, निवेश अप ओर यूपी मतलब निवेश पर रिटर्न अप बन गया है। छद्म समाजवाद ने भारत के औद्योगीकरण को नुकसान पहुंचाया है। आज देश को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर भरोसा होने के कारण ही नए भारत का नया उत्तर प्रदेश आकार ले रहा है।
25 हजार वर्गमीटर में टेंट सिटी बसाई गई
समिट के लिए डिफेंस एक्सपो ग्राउंड में 25 हजार वर्गमीटर में फाइव स्टार होटल की तर्ज पर 5 बड़े पंडाल और टेंट सिटी बसाई गई है। ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट को लेकर यूपी पुलिस अलर्ट है। नेपाल और पड़ोसी राज्यों की सीमा पर पेट्रोलिंग बढ़ा दी गई है। चप्पे-चप्पे पर खुफिया पुलिस तैनात की गई है। लखनऊ में CCTV और ड्रोन से इलाके की निगरानी की जा रही है। एडीजी कानून व्यवस्था प्रशांत कुमार ने बताया कि SPG से लेकर ATS के कमांडो तैनात किए गए हैं। पुलिस और पीएसी मिलाकर करीब 15 हजार जवानों को तैनात किया गया
अमेरिका की सबसे ज्यादा 53 कंपनियां हो रहीं शामिल
समिट के शुरू होने से पहले अब तक 27 लाख करोड़ के निवेश से जुड़े एमओयू साइन हो चुके हैं। समिट में गूगल, एप्पल, रोल्स रॉयस, सुजुकी, वॉलमार्ट, अमेजन, जॉनसन एंड जॉनसन, फाइजर, मर्क, मर्सिडीज, लॉरेल और फिलिप्स समेत कंपनियां शामिल होंगी। इनके जरिए 4 लाख करोड़ के विदेशी निवेश का टारगेट है। विदेशी निवेश के लिए 20 सेक्टरों की निवेश नीतियां बनाई गई हैं।
समिट में सबसे ज्यादा अमेरिका की 53 कंपनियां शामिल हो रही हैं। इसके अलावा, संयुक्त अरब अमीरात की 16, फ्रांस-दक्षिण अफ्रीका की 13-13, जापान की 12 कंपनी, दक्षिण कोरिया की 10, कनाडा की 7, नीदरलैंड की 12, जर्मनी की 15, बेल्जियम की 10, स्वीडन और मॉरीशस की 8-8, ब्राजील की 14, मेक्सिको की 9, आस्ट्रेलिया की 15, इजराइल की 14 कंपनी शामिल हो रहीं हैं।
यूपी की आबादी 24 करोड़ से ज्यादा है। जीडीपी भी 23 लाख करोड़ अनुमानित है। ऐसे में सरकार का दावा है कि ग्लोबल समिट में निवेश का आंकड़ा 30 लाख करोड़ को पार कर सकता है। सिर्फ यूपीसीडा में अमेरिका, हांगकांग, सिंगापुर और संयुक्त अरब अमीरात की कंपनियों ने 90 हजार करोड़ निवेश के 12 एमओयू साइन किए हैं। दावा किया जा रहा है कि इसमें 38 हजार लोगों को रोजगार मिलेगा।
योगी सरकार के मंत्रियों ने किया था 16 देशों का दौरा
समिट को लेकर यूपी कैबिनेट के मंत्रियों के साथ अधिकारियों ने 16 अलग-अलग देशों का दौरा भी किया था। ऐसे में उम्मीद है कि सभी देश के लोग आएंगे। इनमें संयुक्त अरब अमीरात (यूएई), जापान, जर्मनी, थाईलैंड, मैक्सिको, साउथ अफ्रीका, ब्राजील, ऑस्ट्रेलिया, फ्रांस, नीदरलैंड, बेल्जियम, कनाडा एवं अर्जेंटीना जैसे देश शामिल हैं।
सुरक्षा में 24 IPS अधिकारी तैनात किए गए
एडीजी प्रशांत कुमार ने बताया कि समिट के लिए सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए गए हैं। इसके लिए 24 IPS अधिकारी, 68 PPS और 5415 अराजपत्रित अधिकारी और कर्मचारी लगाए गए हैं। इसके अतिरिक्त एंटी ड्रोन सिस्टम के साथ कमांडो, 13 कंपनी पीएसी और 3 कंपनी केंद्रीय सशस्त्र पुलिस बल (सीएपीएफ) की तैनात की गई है। इमरजेंसी के लिए ऑपरेशनल कमांड कंट्रोल सेंटर बनाए गए हैं।
2018 में हुई थी पहली समिट
योगी सरकार बनने के बाद फरवरी 2018 में पहली इन्वेस्टर्स समिट आयोजित हुई थी। अब तक 3 ग्राउंड ब्रेकिंग सेरेमनी हुई है। इसके जरिए 2 लाख 9 हजार 218 करोड़ का प्रपोजल आया है। इसके अलावा लगभग 7 लाख 96 हजार 312 लोगों को रोजगार भी मिला है।
इन्वेस्टर समिट शुरू से होने से ठीक पहले दैनिक भास्कर ने राज्य के औद्योगिक विकास, NRI, एक्सपोर्ट-इन्वेस्टमेंट प्रमोशन मंत्री नंद गोपाल नंदी से बात की। उनसे यह जाना कि आखिर इस समिट से यूपी को क्या और कितना हासिल होने का अनुमान है।