न्यूज़ डेस्क : (GBN24)
Unemployment Rate in India: दुनिया में कहीं भी चुनाव होते हैं तो उसमें सबसे बड़ा मुद्दा बेरोजगारी (Unemployment) का होता है। इसी कड़ी में भारत में मौजूदा समय में लोकसभा के चुनाव हो रहे हैं और बेरोजगारी को लेकर विपक्षी पार्टियां सरकार को घेर रही हैं।
भारत में इस समय भारतीय जनता पार्टी (BJP) की सरकार है और सभी विपक्षी दल भारत में बेरोजगारी को लेकर सवाल खड़े कर रहे हैं। हालांकि, अब चुनाव के बीच एक आंकड़ा सामने आया है, जिससे विपक्षी दलों को चिंता में डाल दिया है। तो वहीं बीजेपी के लिए ये बहुत ही अच्छी खबर है
दरअसल, समाचार एजेंसी ANI ने कुछ सरकारी संस्थाओं के डेटा को इक्कठा किया और उससे पता चला है कि पिछले कुछ सालों में भारत में लोगों को खूब रोजगार मिले हैं। यहां तक कि युवाओं को भी नई नौकरियां मिली हैं। ये डेटा पीरियोडिक लेबर फोर्स सर्वे (PLFS) से लिया गया है। इसमें कुछ सरकारी संस्थान जैसे EPFO, RBI और नेशनल करियर सर्विसेज (NCS) पोर्टल शामिल हैं। चुनाव के बीच इस तरह का डाटा आना सत्ताधारी पार्टी के लिए सबसे बड़ी खुशखबरी है।
इसमें जारी किए आंकड़ों के मुताबिक 2017-18 में भारत के ग्रामीण क्षेत्रों में बेरोजगारी दर 5.3 प्रतिशत थी, जो 2022-23 में घटकर 2.4 प्रतिशत रह गई है। इसके अलावा शहरों में भी इसमें गिरावट दर्ज की गई है। यहां पर पहले ये आंकड़ा 7.7 प्रतिशत था, जो अब 5.4 प्रतिशत पर चला गया है।
PLFS डेटा से पता चला है कि पिछले सालों में नौकरियों में काफी वृद्धि हुई है। 2017-18 आंकड़ों पर नजर डालें तो 46.8 परसेंट लोगों को ही रोजगार मिला था लेकिन अब इसमें भी बढ़ोत्तरी दर्ज की गई है और अब ये आंकड़ा 57.9 प्रतिशत तक पहुंच गया है।
पिछले 6 सालों के इस डाटा से पता चलता है कि महिलाओं की स्थिति भी मजबूत हुई है और नौकरियों के क्षेत्र में उनकी भागीदारी भी बढ़ी है। 2017-18 के मुताबिक महिलाओं में बेरोजगारी दर 5.6 प्रतिशत थी, जिसमें अब भारी गिरावट दर्ज की गई है और अब ये घटकर 2.9 प्रतिशत रह गई है।
इन आंकड़ों के सामने आने से ही भारत की विपक्षी पार्टियों को बड़ा झटका लगा है क्योंकि वे लगातार बेरोजगारी को लेकर सरकार को घेर रहे थे। तो वहीं लोकसभा चुनाव 2024 में बीजेपी को इसका फायदा मिल सकता है।
लोकसभा चुनाव 2024 की फिलहाल दो चरण की वोटिंग हो चुकी है लेकिन आने वाले चरणों में इसका फायदा सत्ताधारी पार्टी को मिल सकता है। कांग्रेस लगातार बीजेपी पर ये आरोप लगाती रही है कि उनकी सरकार में बेरोजगारी दर में तेजी से वृद्धि हुई है।
कांग्रेस नेता राहुल गांधी इस मुद्दे पर सरकार को अकसर ही घेरते हुए नजर आते हैं। हालांकि, जब चुनाव के नतीजे आएंगे तो ये देखना दिलचस्प होगा कि आखिर इसका किसे फायदा मिला है।