यूपी विधानसभा चुनाव के नतीजे आने के बाद सपा संरक्षक मुलायम सिंह यादव रविवार को अचानक लखनऊ में सपा दफ्तर पहुंचे। उनके यहां पहुंचते ही सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने पैर छूकर उनका आशीर्वाद लिया।
इस दौरान विधानसभा रिजल्ट पर मुलायम सिंह का पहला बयान भी सामने आया। मुलायम ने कहा कि अखिलेश बहुत अच्छा लड़े तुम, बहुत-बहुत बधाई। सपा भले ही बहुमत से दूर रह गई लेकिन पिछले चुनाव की तुलना में इस बार करीब ढाई गुना ज्यादा सीटें जीती हैं। सपा गठबंधन को 125 सीटों पर सफलता मिली है।
इस बार चुनाव प्रचार की पूरी बागडोर अखिलेश यादव ने ही संभाल रखी थी। मुलायम ने केवल अखिलेश के लिए मैनपुरी की करहल और अपने पुराने मित्र पारसनाथ के बेटे लकी के लिए जौनपुर की मल्हनी सीट पर प्रचार किया था। इसके अलावा वह इटावा में सपा के रोड शो में भी नजर आए थे। तीनों जगह सपा को जीत भी मिली है। मल्हनी सीट पर सपा प्रत्याशी लकी यादव ने बाहुबली जेडीयू प्रत्याशी पूर्व सांसद धनंजय सिंह को हराया। सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव और शिवपाल यादव भी मल्हनी गए थे।
2017 के विधानसभा चुनाव में पारस यादव को यहां से जीत मिली थी। उनके निधन पर हुए उपचुनाव में बेटे लकी ने जीत हासिल की। उस समय यूपी की सात सीटों पर उपचुनाव हुआ था। सपा के खाते में यही इकलौती सीट आई थी।
सपा गठबंधन को मिलीं 125 सीटें
यूपी चुनाव में इस बार भाजपा गठबंधन को 273 सीटों पर जीत मिली हैं, इसमें भाजपा को 255, अपना दल (एस) को 12, और निषाद पार्टी को 6 सीटें मिली हैं। वहीं, सपा गठबंधन को 125 सीटों पर जीत मिली है। सपा को 111, आरएलडी को 8 और एसबीएसपी को 6 सीट पर कामयाबी मिली है।
इसके अलावा कांग्रेस और जनसत्ता दल लोकतांत्रिक दल को दो-दो, तो बसपा को एक सीट पर जीत मिली है। सपा गठबंधन ने आजमगढ़, अंबेडकरनगर, कौशांबी, शामली और गाजीपुर में क्लीन स्वीप किया है। इस वजह से भाजपा के डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य को कौशांबी की सिराथू सीट से हार मिली तो शामली की थाना भवन से योगी कैबिनेट के गन्ना मंत्री सुरेश राणा को हार का सामना करना पड़ा है।