प्रत्याशियों की घोषणा में भाजपा की अगुवाई वाली एनडीए अन्य विपक्षी दलों से आगे चल रही है। 403 में से अब तक 384 सीटों पर प्रत्याशियों की घोषणा एनडीए से कर दी गई है। अभी 19 प्रत्याशियों की घोषणा बाकी है। यह सीटें दो कारणों से महत्वपूर्ण है। पहला मोदी और योगी के क्षेत्र वाराणसी और गोरखपुर इलाके की सीटें हैं। दूसरी सहयोगी दलों निषाद पार्टी और अपना दल (एस) की मजबूत दावेदारी है।
मुख्तार के खिलाफ ओबीसी को लड़ा सकती है भाजपा
गोरखपुर क्षेत्र में मऊ सदर सीट से मौजूदा विधायक मुख्तार अंसारी जो कि जेल में बंद हैं उनके खिलाफ पार्टी ऐसे उम्मीदवार के चयन में जुटी है जो यहां पर विजय पताका फहरा सके। पार्टी इस सीट से मजबूत जनाधार वाले ओबीसी प्रत्याशी को उतारने पर विचार कर रही है। काशी क्षेत्र में पीएम के संसदीय क्षेत्र वाराणसी की सीटें रोहनियां और सेवापुरी से भाजपा लड़ेगी या अद (एस) को देगी इस पर पेंच फंसा है। इसमें से रोहनिया में मौजूदा विधायक भाजपा से तथा सेवापुरी में मौजूदा विधायक अद (एस) से हैं। इन दोनों सीटों पर फैसले का इंतजार है। चंदौली की दीनदयाल नगर और चकिया सीट से भी प्रत्याशी तय नहीं किए जा सके हैं
राजभर के खिलाफ उनसे 20 प्रत्याशी देने की है तैयारी
गाजीपुर की जहुराबाद सीट जहां से सुभासपा अध्यक्ष ओम प्रकाश राजभर चुनाव मैदान में हैं। इस सीट से भी भाजपा ऐसे प्रत्याशी को मैदान में उतारने की तैयारी में है जो राजभर को मात दे सके। मिर्जापुर की मझवा सीट पर भाजपा के दूसरे सहयोगी निषाद पार्टी ने अपना दावा किया है।
सोनभद्र की घोरावल, राबर्ट्सगंज, ओबरा और दुद्धी विधानसभा सीट भी अद (एस) को दी जाने वाली सीटों के तय नहीं होने की वजह से पेच फंसा हैं। इनमें से दुद्धी से अद (एस) से मौजूदा विधायक हैं। बताया जा रहा है कि भाजपा अद (एस) को दुद्धी की जगह कोई और सीट देना चाहती है। भदोही की ज्ञानपुर सीट पर निषाद पार्टी का दावा है। मछलीशहर, मड़ियाहूं और प्रतापगढ़ सदर सीट से भी प्रत्याशी की घोषणा अब तक नहीं हो सकी है। मड़ियाहूं और प्रतापगढ़ सदर सीट अद (एस) को मिल गई हैं। मछलीशहर सीट से निषाद पार्टी का दावा है।
वहीं भाजपा के गोरखपुर क्षेत्र की चार सीटों पर प्रत्याशी घोषित किए जाने का इंतजार है। इनमें से आजमगढ़ की मुबारकपुर सीट, मऊ की मऊ सदर सीट, सिद्धार्थनगर की शोहरतगढ़ और कुशीनगर की रामकोला सीट बताई जा रही है। रामकोला से वर्तमान में सुभासपा के विधायक हैं। शोहरतगढ़ अद (एस) के पास रही है। मिली जानकारी के मुताबिक शोहरतगढ़ सीट अद (एस) को दिए जाने पर सहमति बन गई है।