प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज मेजर ध्यानचंद खेल विविद्यालय का शिलान्यास करेंगे। इससे पहले वह शहीद स्मारक में 1857 के अमर शहीदों को नमन करेंगे। पीएम नरेंद्र मोदी के मेरठ दौरे से पहले शनिवार को 10 लाख दीये जलाए गए। दीपोत्सव मनाया गया। ऐसे में पीएम के आगमन पर इस तरह का दीपोत्सव मनना कई सारे सवाल उठाता है कि क्या पश्चिमी यूपी में कृषि कानून वापसी से बीजेपी के प्रति नाराजगी खत्म हो गई है? क्या विश्वविद्यालय शिलान्यास से ‘खेती’ से बिगड़ी बात को खेल से बीजेपी दुरुस्त कर लेगी। खैर इन सवालों के जवाब के लिए यूपी चुनाव रिजल्ट का इंतजार करना होगा।
दरअसल विधायक संगीत सोम ने क्षेत्र के लोगों से पीएम नरेंद्र मोदी के आगमन की खुशी में शनिवार को चौबीसी क्षेत्र में दीपोत्सव मनाने का आह्वान किया था। उन्होंने दो दिन पूर्व अपने कैंप कार्यालय से लोगों को 10 लाख दिए भी वितरित किए थे। शनिवार शाम होते ही चौबीसी क्षेत्र दीपों से जगमग हो गया। सभी गांवों में लोगों ने अपने घरों के बाहर व छतों पर दीप जलाए। उधर, भामौरी गांव के लोगों ने ग्राम प्रधान दिनेश कुमार के नेतृत्व में शहीद स्मारक को दीपों से सजा दिया। खेड़ा, सलावा, रार्धना, भामौरी, कुशावली, ज्वालागढ़, अटेरना, चकबंदी, कपसाड़, मोमन, फरीदपुर, अक्खेपुर आदि गांवों के लोगों ने भी दीप जलाए। सरधना क्षेत्र दीपों से शनिवार शाम इस तरह जगमग हुआ कि जैसे दिवाली मन रही हो। विधायक ने कहा कि सरधना को विकास का विश्वविद्यालय मिल रहा है।
युवाओं में और बढ़ सकता बीजेपी का क्रेज
कृषि कानून बनने से पश्चिमी यूपी के किसान बीजेपी से काफी नाराज थे। आंदोलन कर रहे थे पर चुनाव से पहले कानून वापसी और अब खेल विश्वविद्यालय की सौगात से बीजेपी अपने को मजबूत करने की कोशिश में। विश्वविद्यालय बनने से युवाओं को सभी प्रकार के खेलों का शिक्षण-प्रशिक्षण मिल सकेगा। पश्चिम के युवा अपनी प्रतिभा का लोहा मना सकेंगे। ऐसे में युवाओं में बीजेपी का क्रेज बढ़ सकता है।