न्यूज़ डेस्क : (GBN24)
Water Crises: देश में सबसे ज्यादा पानी की कमी वाले राज्य Rajasthan के लिए हर बूंद महत्वपूर्ण है। मानसून की कमी से कम वर्षा के कारण राज्य में बार-बार सूखा आने वाली सबसे बड़ी आपदा है।
Rajasthan में पिछले 60 वर्षों में लगातार सूखा और अकाल की स्थिति देखी गई है। एसे मे भारतीय विज्ञान संस्थान ने चेतावनी देते हुए कहा है कि यदि भारत के कुछ शहर अथाह जल का दुरूपयोग जारी रखते हैं तो उन्हें जल्द ही दक्षिण अफ्रीकी शहर केपटाउन जैसी बदतर स्थिति का सामना करना पड़ सकता है.
बतादें कि दक्षिण अफ्रीकी शहर केपटाउन को 2015 से 2018 के बीच पानी की कमी के कारण गंभीर समस्याओं का सामना करना पड़ा था. कई वर्षों तक औसत से भी कम बारिश होने के कारण केपटाउन में सूखा पड़ गया. सूखा पड़ने के कारण केपटाउन के जलाशयों में जल स्तर काफी नीचे चला गया था. ऐसे ही मार्च 2023 में भारत की सिलिकॉन वैली के नाम से मशहूर शहर बेंगलुरु को पानी की कमी से जूझना पड़ा था
Rajasthan के इन शहरों मे मंडरा रहा है जल संकट का खतरा
केंद्रीय भू जल बोर्ड और Rajasthan के भूजल विभाग की ग्राउंड वाटर रिसोर्स रिपोर्ट में अजमेर, जैसलमेर, जयपुर और जोधपुर में पानी की उपलब्धता का आकलन शून्य बताया गया है. मौजूदा हालात भी सही नहीं हैं. भूजल विभाग के चीफ इंजीनियर सूरजभान सिंह का कहना है कि जल संकट की स्थिति काफी भयावह है. आने वाले दिनों में यह संकट और गंभीर होगी. 2025 तक Rajasthan के कई बड़े शहरों में पानी बचेगा ही नहीं ।
संचय कम, खपत ज्यादा
Rajasthan की जलवायु उष्णकटिबंधीय रेगिस्तानी है। सतह पर एकत्रित जल की कमी के कारण Rajasthan को भूजल संसाधनों पर बहुत अधिक निर्भर रहना पड़ता है। Rajasthan में हर साल बारिश और अन्य स्रोतों से जितना पानी रिचार्ज होता है. उससे करीब 5.49 बिलियन क्यूबिक मीटर पानी ज्यादा इस्तेमाल हो रहा है. यानी भविष्य मे प्रयोग मे लाए जाने वाले पानी की बचत को आज ही खर्च किया जा रहा है.
302 ब्लॉक्स में से 219 खतरे के निशान से ऊपर
2025 तक Rajasthan के कई शहरों में भूजल संसाधन शून्य हो जाएगा. यानी इन शहरों में जमीन से ज्यादा पानी निकाला जा रहा हैं. और संचय कम हो रहा है, इन कारणों से Rajasthan के 302 ब्लॉक्स में से 219 खतरे के निशान से बहुत ऊपर जा चुके हैं बचे ब्लॉक्स में से 22 को क्रिटिकल, 20 को सेमी क्रिटिकल और सिर्फ 38 ब्लॉक्स को जल उपलब्धता के लिहाज से सुरक्षित बताए गए हैं.
किन वजहों से बन रही है ये स्थिति ?
Rajasthan में पहले ही शुष्क मरुस्थलीय से जलाभाव है, कम बारिश और तेज शहरीकरण और उद्योगीक गति मे तेजी के साथ राज्य की आबादी जल संकट का एक प्रमुख कारण है. यही नही बल्कि खनिज सम्पदा संगमरमर, ग्रेनाइट, इमारती पत्थर, चुना पत्थर आदि के विदोहन से भी धरती का जल स्तर गिरता जा रहा है।