प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Modi): लोकसभा चुनाव को लेकर पक्ष विपक्ष एकदूसरे पर हमलावर है। विपक्ष प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Modi) को लेकर ज्यादातर एक ही सवाल उठती रहती है कि आखिर पीएम मोदी प्रेस कॉन्फ्रेंस (press conferences) क्यों नहीं करते है ? पीएम मोदी मीडिया के सवालों से क्यों बचते है ? हालांकि इस सवाल को लेकर पीएम मोदी ने करारा जवाब दिया है। दरअसल एक निजी टीवी चैनल में पीएम मोदी ने बात करते हुए इन सवालों का जवाब दिया है।
इटरव्यू के दौरान जब यह सवाल पीएम मोदी से पूछा गया तो उन्होंने कहा कि,”आज के समय मीडिया का कल्चर बदल गया है। आज के समय लोग मीडिया के विचार को जान चुके हैं। पहले के समय मीडिया का कोई चेहरा नहीं होता था। लोगों को पता नहीं होता था कि कौन लिख रहा है? लिखने वाले का विचार क्या है? इससे किसी को कुछ लेना-देना नहीं था, लेकिन आज के समय स्थिति बदल गई है’।
उन्होंने ये भी कहा कि,”मैं संसद के प्रति जवाबदेह हूं। मैं भी विज्ञान भवन में फीते काटकर फोटो निकलवा सकता हूं। मैं छोटी योजना के लिए झारखंड के एक छोटे डिस्ट्रिक्ट में जाकर काम करता हूं। पीएम मोदी ने कहा कि पहले कम्युनिकेशन का एक ही साधन था, लेकिन आज कई हैं। पहले मीडिया के बिना आप जी नहीं सकते थे। आज कम्युनिकेशन के कई माध्यम हैं।”
पीएम मोदी के इस बार 400 पार वाले बयान पर अक्सर विपक्ष सवाल खड़े करते है। इसको लेकर इटरव्यू में पीएम मोदी से पूछा गया कि विपक्ष का कहना है कि अगर एनडीए को 400 से ज्यादा सीटें आई तो वो संविधान बदल देगी।
इस सवाल को लेकर पीएम मोदी ने कांग्रेस पर निशाना साधते हुए कहा कि, “इस देश में संविधान के साथ छेड़छाड़ करने वाला पहला व्यक्ति कौन था? वो पंडित नेहरू (जवाहरलाल नेहरू) थे। उनके द्वारा लाए गए संशोधन अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता को प्रतिबंधित करने के लिए थे, जो लोकतंत्र और संविधान के खिलाफ था।
उसके बाद, उनकी बेटी (इंदिरा गांधी) ने अदालत के फैसले को पलट दिया और आपातकाल लगा दिया। राजीव गांधी ने शाह बानो मामले में सुप्रीम कोर्ट के फैसले को पलट दिया और मीडिया पर प्रतिबंध लगा दिया। कांग्रेस के युवराज (राहुल गांधी) ने एक बार केंद्रीय कैबिनेट के फैसले को फाड़ दिया था। एक ही परिवार के चार अलग-अलग सदस्यों ने अलग-अलग समय पर संविधान का अपमान किया है। ”