न्यूज़ डेस्क : (GBN24)
भारतीय क्रिकेट टीम के सबसे सफल कप्तानों की बात की जाएगी, तो उसमें पूर्व कप्तान महेंद्र सिंह धोनी (MS Dhoni) का नाम सबसे ऊपर होगा. उन्होंने अपनी कप्तानी में भारत को 3 ICC ट्रॉफी में जीत दिलाई है और आखिरी बार टीम इंडिया ने उनकी अगुवाई में ही कोई ICC ट्रॉफी जीती थी. हालांकि, अब उनको कप्तानी दिए जाने को लेकर पूर्व महान बल्लेबाज सचिन तेंदुलकर (Sachin Tendulkar) ने बड़ा खुलासा किया है. उन्होंने बताया है कि आखिर कैसे भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (BCCI) ने उन्हें टीम की कप्तानी करने के लिए कहा था।
बता दें कि इंडियन प्रीमियर लीग 2024 (IPL 2024) की शुरुआत हो चुकी है. इसका पहला मुकाबला CSK और RCB के बीच खेला गया. इस मुकाबले के दौरान jio cinema पर बातचीत करते हुए तेंदुलकर ने बड़ा खुलासा किया है. पूर्व महान खिलाड़ी ने बताया है कि उन्होंने धोनी को कप्तान बनाए जाने के लिए BCCI को सलाह दी थी क्योंकि वे टीम इंडिया का नेतृत्व नहीं करना चाहते थे.
भारत के पूर्व ग्रेट बैट्समैन ने कहा कि “बीसीसीआई ने साल 2007 में मुझे कप्तानी करने के लिए कहा था लेकिन उस समय मेरा शरीर साथ नहीं दे रहा था. मैंने एमएस धोनी के अंदर काफी चीजें देखीं और उनका पूरा अवलोकन किया. मैंने देखा कि उनका दिमाग बहुत स्थिर है, वो शांत और सहज हैं और कोई भी निर्णय बिल्कुल सही तरीके से लेते हैं. यही वो करण था कि मैंने क्रिकेट बोर्ड से उन्हें कप्तानी सौंपने की सिफारिश की थी.”
Sachin Tendulkar said, "the BCCI offered me captaincy in 2007, but my body was in terrible shape. My observation of MS Dhoni was very good. His mind is very stable, he's calm, he's instinctive, and makes the right decisions. I recommended him for the captaincy". (JioCinema). pic.twitter.com/hTsB0bp3IU
— Mufaddal Vohra (@mufaddal_vohra) March 23, 2024
तेंदुलकर वैसे ही क्रिकेट के भगवान माने जाते हैं क्योंकि इंटरनेशन क्रिकेट में उनसे अधिक शतक और रन किसी अन्य खिलाड़ी ने नहीं बनाए हैं. हालांकि, उनकी पारखी नजर भी कुछ कम नहीं थी और यही कारण रहा कि उन्होंने 42 वर्षीय के अंदर तमाम खूबियों को देखते हुए उन्हें कप्तान बनाने के लिए कहा था. पूर्व भारतीय बल्लेबाज का ये निर्णय टीम इंडिया के लिए बिल्कुल सही साबित हुआ और माही की कप्तानी में 2007 में भारत ने टी-20 वर्ल्ड कप अपने नाम किया था. उस विश्व कप की टीम से खुद सचिन ने खुद को किनारा कर लिया था और वो टीम का हिस्सा नहीं थे।