Wednesday, February 5, 2025

दुनिया भर में मृत्यु दंड के मामलों में हुई बढ़ोतरी, Amnesty International ने जारी की रिपोर्ट

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न्यूज़ डेस्क : (GBN24)

Death Penalty Case: अंतरराष्ट्रीय मानवाधिकार संस्था एमनेस्टी इंटरनेशनल (Amnesty International) की रिपोर्ट के मुताबिक दुनियाभर में मौत की सजा के मामलों पहले के मुताबिक रेकॉर्ड बढ़ोतरी हुई है. दरअसल, इस रिपोर्ट के मुताबिक 2023 में दुनिया में 1,153 लोगों को मौत की सजा दी गई। यह आंकड़ा 2022 के मुकाबले 31 फीसदी ज्यादा है. सबसे ज्यादा मौत की सजाएं मुस्लिम देश ईरान (Iran) में दी गईं.

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वहां 2023 में 853 लोगों को फांसी की सजा दी गई, जबकि 2022 में यह संख्या 576 थी. चीन और अमरीका में भी मौत की सजा के मामलों में बढ़ोतरी हुई है बता दें कि यह एमनेस्टी इंटरनेशनल द्वारा साल 2015 के बाद से दर्ज किया गया सबसे बड़ा आंकड़ा है.

20 फीसदी बढ़े मौत की सजा के मामले

Amnesty International की रिपोर्ट के मुताबिक 2023 में विश्व स्तर पर 20 फीसदी मौत की सजा (Death Penalty case) के मामले बढ़े. यह 2018 के बाद सबसे बड़ा आंकड़ा है. आपको बतादें कि Amnesty International की रिपोर्ट में बताया गया कि कई ऐसे देश भी हैं जिन्होने मौत की सजा का ब्योरा नहीं दिया और 2023 में ऐसी सैकड़ों मौत की सजाओं का आंकड़ा शामिल नहीं हैं. Amnesty को लगता है कि सबसे ज्यादा मृत्यु दंड चीन में दिया जाता है लेकिन.

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चीन ने ऐसे ज्यादातर मामलों को छिपाया जिन पर कोई आधिकारिक आंकड़े नहीं हैं.एमनेस्टी का मामना है कि पिछले साल चीन में हज़ारों लोगों को मौत की सजा दी गई. बता दें कि अफगानिस्तान, सीरिया, वियतनाम और उत्तरी कोरिया से भी मौत की सजा के अधिकृत आंकड़े नहीं मिले. Amnesty International की महासचिव एग्नेस कैलामार्ड ने कहा, “दर्ज की गई सज़ा-ए-मौत के मामलों में अधिक वृद्धि ईरान के कारण हुई है. ईरान में ड्रग्स, नशीली दवाओं से संबंधित अपराधों के लिए फांसी की सज़ा मे तेज़ी देखी गई है.

किन देशों ने दी सबसे अधिक सज़ा-ए-मौत

साल 2023 में पांच देशों ने चीन, ईरान, सऊदी अरब, सोमालिया और अमेरिका ने सबसे ज्यादा मौत की सज़ा दी, इनमें से सबसे ज्यादा ईरान में मौत की सजा के 74 फ़ीसदी मामले रिपोर्ट हुए हैं. वहीं, सज़ा-ए-मौत के कुल मामलों में 15 फ़ीसदी केस सऊदी अरब के हैं. Amnesty International का कहना है कि उत्तर कोरिया, वियतनाम, सीरिया, फ़लस्तीनी क्षेत्र और अफ़ग़ानिस्तान के आधिकारिक आंकड़े नहीं मिल सकें.

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मृत्यु दंड को समाप्त करने वाले देशों में बढ़ोतरी

साल 1991 में मृत्यु दंड की व्यवस्था को ख़त्म करने वाले देशों की संख्या मात्र 48 थी. वहीं 2023 में इन देशों की संख्या बढ़कर 112 हो गई. हालाकि नौ देश ऐसे हैं जहां बहुत गंभीर अपराधों के लिए मृत्यु दंड की सजा सुनाई जाती है, वहीं 23 देश ऐसे भी हैं जहां पिछले 10 वर्ष मे एक भी मौत की सजा नही दी गई.

सज़ा से बरी होना

कोई अभियुक्त अपराध से तब बरी होता है जब सज़ा सुनाए जाने वाले दोषी व्यक्ति को आरोप से बरी कर दिया जाता है, और उसे क़ानून की नजर में निर्दोष माना जाता है. Amnesty International ने तीन देशों में मौत की सज़ा काट रहे नौ क़ैदियों को बरी किए जाने का मामला दर्ज किया है.

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