न्यूज़ डेस्क : (GBN24)
शुक्रिया शाही
PM Modi in Italy: प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी जी-7 समूह के शिखर सम्मेलन (G-7 summit) में भाग लेने के लिए गुरुवार को इटली पहुंचे। यह उनकी तीसरे कार्यकाल के बाद पहली विदेश यात्रा है। इटली के बोर्गो एग्नाजिया के रिसॉर्ट (The resort of Borgo Egnazia) में 13 से 15 जून तक चलने वाले इस सम्मेलन में यूक्रेन युद्ध और गाजा संघर्ष (Ukraine War and Gaza Conflict) प्रमुख मुद्दे होंगे।
यूक्रेन संघर्ष पर भारत की स्पष्ट नीति
भारत ने फिर से दोहराया कि यूक्रेन संघर्ष का हल संवाद और कूटनीति के जरिए ही संभव है। विदेश सचिव विनय क्वात्रा (Foreign Secretary Vinay Kwatra) ने याद दिलाया कि प्रधानमंत्री मोदी ने पहले भी कहा था, “आज का युग युद्ध का नहीं है।” उन्होंने बताया कि युद्ध के कारण वैश्विक आपूर्ति श्रृंखलाओं और विकासशील देशों (Global supply chains and developing countries) पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ा है।
14 जून को संपर्क सत्र में होंगे शामिल
मोदी 14 जून को होने वाले संपर्क सत्र में भी भाग लेंगे, जिसमें कृत्रिम बुद्धिमत्ता (Artificial Intelligence), ऊर्जा (Energy), अफ्रीका और भूमध्य सागर (Africa and the Mediterranean) से जुड़े मुद्दों पर चर्चा होगी। क्वात्रा ने कहा कि इस सत्र में भारत के जी-20 शिखर सम्मेलन के नतीजों पर भी बातचीत होगी।
जॉर्जिया मेलोनी से द्विपक्षीय बैठक (Bilateral Meeting)
मोदी की इटली की प्रधानमंत्री जॉर्जिया मेलोनी से द्विपक्षीय बैठक होने की उम्मीद है। इस बैठक में दोनों देशों के बीच संबंधों के सभी पहलुओं की समीक्षा की जाएगी। क्वात्रा ने बताया कि मोदी की अन्य नेताओं से भी मुलाकात हो सकती है, हालांकि यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमिर जेलेंस्की (President of Ukraine Volodymyr Zelensky) के साथ बैठक की पुष्टि नहीं हुई है।
भारत का वैश्विक मंच (Global Platform) पर बढ़ता महत्व
भारत की G-7 summit में नियमित भागीदारी यह दर्शाती है कि वैश्विक चुनौतियों से निपटने में उसकी भूमिका को मान्यता मिल रही है। क्वात्रा ने कहा कि भारत ने हमेशा संघर्षों के समाधान में संवाद और कूटनीति की वकालत की है और विकासशील देशों के हितों की रक्षा की है।
इस यात्रा के जरिए पीएम मोदी वैश्विक भू-राजनीतिक PM Modi (Global Geopolitical) स्थिति पर भारत के रुख को और मजबूत करेंगे और अन्य नेताओं के साथ मिलकर वैश्विक चुनौतियों पर चर्चा करेंगे।
यह भी पढ़ें – ओडिशा में जगन्नाथ मंदिर के चारों द्वार खोल BJP ने पूरा किया पहला चुनावी वादा