न्यूज़ डेस्क : (GBN24)
इंडोनेशिया (Indonesia) के रुआंग में ज्वालामुखी (Ruang Volcano) सक्रिय हो गया है जिसमें विस्फोट हो रहे हैं। ज्वालामुखी फटने से इलाके में राख फैलने के बाद अधिकारियों ने सुनामी का अलर्ट जारी किया है 11 हजार से ज्यादा लोगों को इलाका छोड़ने का निर्देश दिया गया है और उत्तरी सुलावेसी प्रांत से 800 लोगों को सुरक्षित स्थान तक पहुंचाया गया है।
Indonesia के रुआंग पर्वत पर लगातार ज्वालामुखी विस्फोट हो रहे हैं। यहां 24 घंटे में पांच बार भयानक विस्फोट के बाद वहां रह रहे 11,000 से अधिक लोगों को निकाला जा चुका है। विस्फोट इतना जबरदस्त था की चारों ओर हजारों फीट ऊंचा लावा उठा और राख फैल गया ।
आपदा प्रबंधन अधिकारियों ने फौरन लावा और राख से बढ़ते खतरे को देखते हुए सुनामी का अलर्ट जारी किया गया है। इसके अलावा फ्लाइट पर भी रोक लगा दी गई है। रुआंग पर्वत पर पहली बार मंगलवार (16 अप्रैल) रात 9:45 मिनट पर पहला विस्फोट हुआ था।
अधिकारियों ने ज्वालामुखी विस्फोट से फैले मलबे को समुद्र में गिरने की भी आशंका जताई है, जिसे खरते की वजह बताते हुए सुनामी का अलर्ट जारी किया है इससे पहले अब तक का सबसे बड़ा ज्वालामुखी विस्फोट 1871 में इंडोनेशिया में हुआ था।
भूकंपों की वजह से फटा ज्वालामुखी
इंडोनेशिया में आपदा केंद्र अलर्ट मोड़ पर है। आपदा प्रबंधन अधिकारियों का कहना है कि रुआंग पर्वत पर हाल ही में आए दो भूकंपों के कारण ज्वालामुखीय में विस्फोट हुआ है, जिससे टेक्टोनिक प्लेटों में अस्थिरता पैदा हो गई। वहीं अधिकारी वहां से लोगों को निकालने में लगे हैं।
सभी उड़ाने रद्द की गई
इंडोनेशिया के भूवैज्ञानिक एजेंसी के प्रमुख मुहम्मद वाफिद ने कहा कि पहले विस्फोट से राख का गुबार 2 किलोमीटर दूर तक फैला और फिर दूसरे विस्फोट से ये 2.5 किलोमीटर तक फैल गया। इसके अलावा एयरपोर्ट अथॉरिटी ने रतुलंगी अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डे पर सारी उड़ाने रद्द कर दी है।
इस हवाई अड्डे से चीन, सिंगापुर और दक्षिण कोरिया को जाने वाली फ्लाइट प्रभावित हुई हैं। ज्वालामुखी का असर पड़ोसी देश मलेशिया में भी दिख रहा है। मलेशिया के किनाबालु अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे पर कई उड़ाने लेट हो रही है।
साल 2018 में, इंडोनेशिया के क्राकाटाऊ ज्वालामुखी के विस्फोट के कारण पहाड़ के कुछ हिस्से समुद्र में गिरने के बाद सुमात्रा और जावा के तटों पर सुनामी आई थी, जिसमें 430 लोग मारे गए थे।
120 से अधिक ज्वालामुखी अभी भी सक्रिय
अधिकारियों ने अपने ज्वालामुखी अलर्ट का स्तर बढ़ाकर उच्चतम कर दिया है. लगभग 800 निवासी बुधवार तक इलाका छोड़ चुके थे. इंडोनेशिया में 120 सक्रिय ज्वालामुखी हैं.
अधिकारियों ने अलर्ट जारी करते हुए वहां के लोगों से रुआंग ज्वालामुखी से कम से कम छह किमी दूर रहने का आग्रह किया. अधिकारियों को चिंता है कि ज्वालामुखी का एक हिस्सा समुद्र में गिर सकता है और सुनामी उत्पन्न कर सकता है.