न्यूज़ डेस्क : (GBN24)
कोलंबो: भारत श्रीलंका (Sri Lanka) में स्थित एक बंदरगाह के विकास पर 500 करोड़ रुपये खर्च करने जा रहा है। श्रीलंका की कैबिनेट ने इससे जुड़े प्रस्ताव को मंजूरी दे दी है। कांकेसंथुराई (KKS) पोर्ट श्रीलंका के उत्तरी प्रांत में स्थित है। KKS बंदरगाह (KKS port) 16 एकड़ के क्षेत्र में फैला है और यह पुडुचेरी में करईकल बंदरगाह से 104 किलोमीटर दूर है।
पुडुचेरी के अलावा तमिलनाडु के नागपट्टनम से कांकेसंथुराई पोर्ट के लिए आवागमन की सुविधा है। दोनों स्थानों के बीच 111 किलोमीटर की दूरी को साढ़े तीन घंटे में तय किया जा सकता है।
सिविल वार के दौरान तहस-नहस हुआ था पोर्ट
बता दें कि कांकेसंथुराई पोर्ट कभी श्रीलंका का व्यस्त पोर्ट हुआ करता था। इस बंदरगाह के जरिये जाफना प्रायद्वीप का श्रीलंका के दूसरे भागों से संपर्क हुआ करता था। लेकिन श्रीलंका में सिविल वार के दौरान लिट्टे उग्रवादियों ने इस पोर्ट पर हमला करके इसे तहत नहस कर दिया था। इसके बाद से इस पोर्ट से व्यावसायिक ऑपरेशन ठप हो गये थे.
भारत सरकार परियोजना के लिए राजी
हाल के दिनों में इस बंदरगाह को मरम्मत को जरूरत पड़ी है। भारत ने इसके पुनर्विकास से जुड़े सारे खर्चों को वहन करने की इच्छा दी थी। इस बाबत श्रीलंका की कैबिनेट में चर्चा हुई। इस दौरान श्रीलंका की संसद ने इस प्रस्ताव पर मुहर लगा दी।
बता दें कि तमिलनाडु में नागपत्तिनम को जाफना के समीप कांकेसंथुराई बंदरगाह से जोड़ने वाली सीधी यात्री जहाज सेवा करीब साढ़े तीन घंटे में 111 किलोमीटर का सफर तय करती है। बयान में कहा गया है, ‘‘इस परियोजना की महत्ता पर विचार करते हुए भारत सरकार परियोजना के लिए पूरी अनुमानित लागत वहन करने पर राजी हो गयी है।”
इन कारणों से प्रोजेक्ट के शुरुआत मे हुई थी देरी
बता दें कि लागत से जुड़ी कुछ मिसमैच की वजह से इस प्रोजेक्ट के शुरुआत में देरी हुई थी। इस प्रोजेक्ट के लिए कैबिनेट ने औपचारिक रूप से मंजूरी 2 मई, 2017 को दी थी. इसके बाद, परियोजना प्रबंधन सलाहकार सेवाओं की पेशकश की मंजूरी 18 दिसंबर, 2019 को दी गई।