न्यूज़ डेस्क : (GBN24)
आतिफा शेख
Lok Sabha Election 2024: देश में इस वक़्त लोकसभा के चुनाव चल रहे है अब चुनाव चल रहे है तो क्राइम का बढ़ जाना तो लाज़मी है क्यूंकि सबको पता है की चुनाव के वक़्त साम दाम दंड भेद हर तरह की कोशिश की जाती है अब ऐसे में प्रशासन भी अलर्ट रहता है अब इसी बीच सूरत क्राइम ब्रांच को बड़ी सफलता हाथ लगी है।
जी है आपको बता दे देश के हिंदूवादी नेताओं और भाजपा नेताओं को जान से मारने की धमकी देने और उन्हें धमकाने का साजिश रचने वाले आरोपी मोहम्मद सोहैल (Sohail) उर्फ मौलवी टीमोल को सूरत क्राइम ब्रांच ने कठौर इलाके से गिरफ़तार किया है|
क्या है पूरा मामला
सोहैल अबू बकर मौलवी पूर्व बीजेपी नेता नूपुर शर्मा, भाजपा विधायक टी.राजा सिंह, हिंदूवादी नेता उपदेश राणा को जान मारने का साज़िश रच रहा था। पेशे से मौलवी के मोबाइल फोन के चैट से कई हैरान करने वाले खुलासे हुए हैं।
गिरफ़्तार आरोपी के पाकिस्तान और नेपाल सहित कई देशों में रहने वाले कट्टरपंथियों के साथ संपर्क थे . पुलिस को उसके मोबाइल फोन से हिंदू सनातन संघ के राष्ट्रीय अध्यक्ष उपदेश राणा को मारने के लिए 1 करोड़ की सुपारी देने और पाकिस्तान से हथियार मंगाने के चैट भी मिले हैं। उपदेश राणा को पाकिस्तान और नेपाल सहित अन्य देशों के कट्टरपंथी व्हाट्सऐप ग्रुप में जोड़कर कमलेश तिवारी की तरह मारने की धमकी दी थी.
शारीरिक रूप से तगड़े और मानसिक रूप से कट्टरपंथी अबू बकर टीमोल की उम्र तो महज 27 साल ही है लेकिन यह पिछले कुछ समय से अपनी कट्टरपंथी सोच के चलते न सिर्फ सूरत में रहने वाले सनातन संघ के राष्ट्रीय अध्यक्ष उपदेश राणा को मारने के लिए पाकिस्तान से हथियार मंगा रहा था बल्कि इस काम को पूरा करने के लिए वह एक करोड़ रुपए भी दे रहा था। भाजपा की निलंबित नेता नूपुर शर्मा,भाजपा विधायक टी.राजा सिंह और को भी मारने और धमकाने का भी साज़िश रचा रहा था
सूरत के पुलिस कमिश्नर अनुपम सिंह गहलोत ने कहा, ”सूरत सिटी क्राइम ब्रांच को सूचना मिली थी कि एक शख्स की हरकत देश विरोधी है और इसलिए उस पर नजर रखी जा रही है. उसे सूरत के चौक बाजार इलाके से हिरासत में लिया गया और उसका मोबाइल जब्त कर लिया गया. वह पाकिस्तान और नेपाल के लोगों से चैटिंग कर रहा थे। उसकी योजना सबसे पहले हिंदू सनातन संघ के राष्ट्रीय अध्यक्ष उपदेश राणा को निशाना बनाने की थी.
सूरत क्राइम ब्रांच की गिरफ्त में आया अबूबकर टीमोल सूरत ग्रामीण के कामरेज तहसील अंतर्गत आने वाले कठौर गांव का रहने वाला है. आरोपी तो एक धागा बनाने वाली कंपनी में काम करता है और अपने घर पर ही मुस्लिम बच्चों को धार्मिक ज्ञान भी देता है इसलिए उसे मौलवी भी कहते हैं. सूरत क्राइम ब्रांच को इसकी कट्टरपंथी मानसिकता को लेकर कुछ दिन पहले भनक लगी थी.
मोहम्मद सोहैल उर्फ मौलवी अबू बकर पिछले डेढ़ साल से पाकिस्तान के डोंगर और नेपाल के सेहनाज के साथ सोशल मीडिया पर संपर्क में था इन तीनों की बातचीत में कहा जाता था कि भारत में नबी की गुस्ताखी में दखल दिया जाता है जिनको सीधा करने की जरूरत है।
सूरत क्राइम ब्रांच को पता चला था कि मौलवी अंतर्राष्ट्रीय कई देशों के लोगों के साथ whatsapp group में जोड़कर धार्मिक भावनाओं को ठेस पहुंचाने के लिए पोस्ट कर रहा है और हिंदूवादी एवं भाजपा के नेताओं को धमकाने और उन्हें मारने के लिए साजिश रच रहा है।