न्यूज़ डेस्क : (GBN24)
वाशिंगटन: भारत अपनी सैन्य क्षमताओं को बढ़ाने में लगातार अच्छे प्रयास मे लगा हुआ है। भारतीय सेना को आधुनिक और ताकतवर बनाने के मकसद से भारत हर वो कदम उठा रहा है जिससे सीमाओं के चप्पे-चप्पे को चुस्त दुरूस्त और महफूज रखा जा सके। भारत की सीमाएं चीन और पाकिस्तान से लगती हैं। दोनों पड़ोसी देशों के मंसूबों से भारत अनजान भी नहीं है। भारत की ओर से इस दिशा में लगातार प्रयास किए जा रहे हैं कि सेना को अत्याधुनिक उपकरण मुहैया करवाए जाएं। America के रक्षा मंत्री लॉयड ऑस्टिन के बयान से समझा जा सकता है कि भारत के इन प्रयासों से अब देश मजबूती से आगे बढ़ रहा है।
जेट इंजन डील
America के रक्षा मंत्री लॉयड ऑस्टिन ने सांसदों से कहा कि भारतीय वायु सेना के लिए मिलकर लड़ाकू विमानों के इंजन बनाने के वास्ते भारत और America के बीच हुआ समझौता क्रांतिकारी है। भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पिछले साल जून में America की आधिकारिक यात्रा पर गए थे और उसी दौरान इस ऐतिहासिक समझौते की घोषणा की गई थी। ‘जनरल इलेक्ट्रिक’ ने भारतीय वायुसेना के लिए लड़ाकू विमानों के इंजन बनाने के लिए ‘हिंदुस्तान एयरोनॉटिक्स’ के साथ एक समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर किए हैं।
भारत के साथ मजबूत संबंध
ऑस्टिन ने सदन को बताया कि America के भारत के साथ ‘मजबूत संबंध’ हैं। उन्होंने कहा,‘‘ हमने हाल में भारत को विमान के इंजन बनाने में मदद की और यह एक तरह की क्रांति है, इससे उनकी क्षमता बढ़ेगी। हम भारत के साथ मिलकर एक बख्तरबंद वाहन का भी निर्माण कर रहे हैं।’’ रक्षा मंत्री ने कहा,‘‘ तो अगर कुल मिलाकर देखा जाए तो यह सब लंबे वक्त में क्षेत्र में हुए काम से काफी अधिक है ।
भारत के लिए क्यों है महत्वपूर्ण
देखने वाली बात यह भी है कि, पड़ोसी देश चीन और पाकिस्तान से तनावपूर्ण रिश्तों को देखते हुए जेट इंजन की अहमियत और भी अधिक बढ़ जाती है। अब जब भारत स्वयं जेट इंजन का निर्माण करेगा तो भारत पुराने लड़कू विमानों को नए और ताकतवर विमानों से रिप्लेस करने में सक्षम होगा। भारत के लिए यह इसलिए भी और अधिक अहम हो जाता है क्योंकि अमेरिका ने अब तक अपने करीबी सहयोगियों के साथ भी ऐसी तकनीक साझा नहीं की है।